
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, (फाइल चित्र)
कश्मीर के पहलगाम में भीषण आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में माहौल गमगीन है। पर्यटकों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाकर किये गए आतंकी हमले में 28 लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए। आतंकियों ने हत्या करने से पहले पुरुष पर्यटकों से पता किया, कि वे हिन्दू है अथवा मुसलमान? इस खौफनाक घटना के बाद से पूरे देश में गुस्सा है।
पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कुछ कठोर कदम उठाए है, जिसमें से एक सिंधु जल समझौते को रद्द करना है। मोदी सरकार द्वारा उठाये गए इस ऐतिहासिक कदम की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी तारीफ की है। सीएम धामी ने कहा, कि केंद्र सरकार ने सिंधु जल संधि पर रोक लगाकर स्पष्ट कर दिया है, कि अब खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।
मुख्यमंत्री धामी ने अपने संदेश में कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कुशल एवं निर्णायक नेतृत्व में हुई सीसीएस बैठक में आतंकवाद के खिलाफ लिए गए ऐतिहासिक और कठोर निर्णय पर अब कार्रवाई प्रारंभ हो चुकी है। इसी क्रम में भारत सरकार ने सिंधु जल संधि पर रोक लगाकर पाकिस्तान को करार जवाब दिया है।”
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कुशल एवं निर्णायक नेतृत्व में हुई सीसीएस बैठक में आतंकवाद के खिलाफ लिए गए ऐतिहासिक और कठोर निर्णय पर अब कार्रवाई प्रारंभ हो चुकी है। इसी क्रम में भारत सरकार ने सिंधु जल संधि पर रोक लगाकर पाकिस्तान को…
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) April 24, 2025
मुख्यमंत्री ने कहा, कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उठाए गए ये साहसिक कदम न केवल आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति पर मुहर लगाते हैं, बल्कि इससे दुश्मनों को भी यह स्पष्ट संदेश गया है कि भारत हर एक आतंकी हमले का मुँहतोड़ जवाब देने को तैयार है।
सीएम धामी ने कहा, “केंद्र सरकार ने सिंधु जल संधि पर रोक लगाकर साफ कर दिया है, कि अब खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। इस निर्णायक फैसले से आतंक को पनाह और बढ़ावा देने वाले पाकिस्तान के मंसूबे चकनाचूर होंगे। इसी तरह अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट को बंद करने सहित अन्य फैसलों से भी पाकिस्तान को कड़ा संदेश गया है।”