उत्तराखंड के 240 टॉपर भारत दर्शन के लिए हुए रवाना
उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा-2025 में हाईस्कूल के टॉपर 240 छात्र-छात्राओं का दल भारत दर्शन शैक्षिक भ्रमण पर रवाना हो गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार (8 दिसंबर 2025) को छात्रों के दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये मेघावी छात्र-छात्राएं अलग-अलग टीम बनाकर विभिन्न राज्यों का भ्रमण करेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एससीईआरटी ननूरखेड़ा, देहरादून में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “भारत दर्शन शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम” के जरिए प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को भारत की प्रगति, विज्ञान, तकनीक, इतिहास और संस्कृति को प्रत्यक्ष रूप से देखने-समझने का अवसर मिल रहा है।
सीएम धामी ने छात्र -छात्राओं से अपील करते हुए कहा, कि वो अपनी डायरी में यात्रा अनुभव लिखने के साथ उत्तराखंड में पहली बार हुए नवाचारों और उपलब्धियों को भी दर्ज करें। सीएम धामी ने उदाहरण देते हुए कहा, कि उत्तराखंड ने देश में पहली बार यूसीसी लागू कर अन्य राज्यों के लिए एक मॉडल प्रस्तुत किया है। इसी तरह राज्य में पहली बार सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया है।
इस शैक्षिक भ्रमण के अंतर्गत 240 मेधावी छात्र देश के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों का दौरा करेंगे। आप सभी से आग्रह है कि जहाँ भी जाएँ, उत्तराखंड के ब्रांड एंबेसडर के रूप में कार्य करते हुए प्रदेश की लोक संस्कृति, लोक कला और यहाँ हुए नवाचारों को पूरे गर्व के साथ सबके सामने प्रस्तुत… pic.twitter.com/xdMZsp8jfp
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) December 8, 2025
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि उत्तराखंड को पहली बार सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में प्रथम स्थान मिला। इसी तरह 2023 में कर्तव्य पथ पर आयोजित परेड में उत्तराखंड की झांकी को प्रथम स्थान मिला। उन्होंने कहा, कि राज्य में पहली बार 27 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की गई है। उत्तराखण्ड में पहली बार राष्ट्रीय खेलों का भी आयोजन किया गया।
सीएम धामी ने कहा, कि राज्य में पहली बार भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई हुई। इसके साथ पहली बार 10 हजार एकड़ जमीन अतिक्रमण से मुक्त कराई गई। मदरसा बोर्ड को खत्म किया गया। इसी तरह उत्तराखंड को मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का पुरस्कार मिला है। उन्होंने कहा, कि शैक्षिक भ्रमण से लौटने के बाद इस डायरी के आधार पर हर जिले से दो-दो छात्र–छात्राओं को पुरस्कृत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में कहा, कि वर्ष 2024-25 से प्रारंभ इस कार्यक्रम के प्रथम चरण में 156 छात्रों ने देश के महत्वपूर्ण वैज्ञानिक व तकनीकी संस्थानों का भ्रमण किया। इस वर्ष प्रतिभागियों की संख्या बढ़कर 240 हो गई है। ये प्रतिभावान छात्र- छात्राएं इसरो, श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, प्रोफेसर यूआर राव उपग्रह केंद्र और विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र जैसे संस्थानों का दौरा करेंगे।
उन्होंने कहा, कि जब वो इन संस्थानों का भ्रमण करेंगे, तो उन्हें ये अनुभव होगा, कि तकनीक के क्षेत्र में आज का नया भारत कितना आगे बढ़ चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा, कि किताबी शिक्षा महत्वपूर्ण है, लेकिन प्रत्यक्ष अनुभव से समझ और दृष्टिकोण में कई गुना वृद्धि होती है। इस यात्रा का एक बड़ा लाभ ये होगा कि छात्र-छात्राओं में टीमवर्क, सामाजिक कौशल और आत्मविश्वास का विकास होगा।
सीएम धामी ने कहा, कि इस भ्रमण से प्राप्त अनुभवों को वो जीवनभर याद रखेंगे और उत्तराखंड के ब्रांड एंबेसडर के रूप में देश के विभिन्न भागों में हमारी संस्कृति, प्रकृति, खान-पान और पर्यटन की विशेषताओं को साझा करेंगे।
सीएम धामी ने कहा, कि आज का युग ज्ञान और कौशल का युग है। भारत दर्शन शैक्षिक भ्रमण पर जाने वाले छात्र–छात्राएं भविष्य में जिस भी क्षेत्र में जाएंगे, अपने ज्ञान और कौशल से वो भविष्य के हमारे वैज्ञानिक, डॉक्टर, इंजीनियर, उद्यमी, कलाकार और नीति निर्माता बनेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा, कि वो अपने सपनों को हमेशा बड़ा रखें। जीवन में चुनौतियाँ आएंगी, कठिनाइयाँ आएंगी, पर उनसे सीखते हुए आगे बढ़ने से आपको एक न एक दिन अवश्य सफलता मिलेगी।

