
देश में साइबर अपराध के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि लोगों में साइबर ठगी को लेकर जागरूकता बढ़ी है, लेकिन बेहद शातिर साइबर अपराधी भी लोगों के साथ ठगी करने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाते रहते है। साइबर विशेषज्ञों के अनुसार, ठगी करने वाले फर्जी दस्तावेज, पहचान पत्र और दूसरे कागजात का इस प्रकार उपयोग करते है, कि शिक्षित व्यक्ति भी धोखा खा जाता है।
ट्विटर पर पत्रकार गीतिका रस्तोगी ने अपने साथ साइबर ठगी करने के प्रयास की पूरी कहानी शेयर करते हुए लिखा, उन्हें सबसे पहले फेडएक्स कंपनी के नाम से एक फोन आया। फोन पर उन्हें जानकारी दी गई, कि उनका एक पार्सल दर्ज स्थान पर नहीं पहुँच सका है, क्योंकि इसमें अवैध वस्तु रखी हुई थी। फोन करने वाले ने बताया, कि गीतिका ने मुंबई से ताइवान एक पार्सल भेजा था, जिसमें नशीले पदार्थ बरामद किया गया है।
I allegedly sent the package on December 13, 2022, from Mumbai to Taiwan and it contains 3 Kg of textiles, 5 Credit Cards, 11 Passports, 2 pairs of shoes and…wait for it… 800 gm of weed. I haven't sent any such parcel through FedEx, and I don't live in Bombay. (2/n)
— Geetika Rustagi (@geetiga) January 10, 2023
गीतिका ने ट्विटर पर थ्रेड के जरिए आगे बताया, कि फोन करने वाले शख्स ने उन्हें पार्सल का विवरण बताते हुए कहा, कि मामले की जाँच पुलिस कर रही है। इसके बाद फोन कर रहे शख्स ने मुंबई पुलिस साइबर सेल का बताते हुए अन्य व्यक्ति को फोन पर जोड़ा। इसके बाद गीतिका को संदेह हुआ। जिस पर फोन कर रहे शख्स ने व्हाट्सएप्प पर उन्हें एक पुलिस अधिकारी का पहचान पत्र भेजा।
व्हाट्सएप्प पर ही फर्जी ‘एसआई नरेश गुप्ता बनर्जी’ ने गीतिका का बयान दर्ज करते हुए उनसे कई सवाल पूछे। इस दौरान बैकग्राउंड का भी पूरा ध्यान रखा गया था। फोन पर पीछे से किसी व्यस्त पुलिस थाने वाली आवाजें भी सुनाई दे रही थी। फर्जी पुलिस अधिकारी ने गीतिका को सबूतों के साथ बताया, कि उनके आधार कार्ड का उपयोग कई गैरकानूनी बैंक अकाउंट खोलने व अवैध लेन देन के लिए किया गया है।
फोन पर साइबर ठग ने बताया, इसका उपयोग हवाला के लिए भी किया गया है। इसके बाद गीतिका को व्हाट्सएप्प पर कुछ फोटो और खबरों का स्क्रीनशॉट भेजा गया। उन्हें बताया गया, कि आपके पहचान पत्र का उपयोग जेरोल्ड नामक किसी शख्स द्वारा किया जा रहा है, जिसे मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यदि आपको इस मामले से बचकर निकलना है, तो हमारा सहयोग करना होगा।
My call was transferred to the department SI Naresh Gupta Banerjee (not sure if this is a legit ID), which was shared with me on WhatsApp (red flag 2). He apparently recorded my statement on WhatsApp, as I can't visit Mumbai at such short notice. (4/n) pic.twitter.com/8bqbbsHxuA
— Geetika Rustagi (@geetiga) January 10, 2023
साइबर ठग ने यह भी कहा, कि इस घटना का जिक्र किसी अन्य से बिल्कुल भी ना करें, क्योंकि मामला अत्यंत संवेदनशील है। इसके बाद उन्होंने इससे संबंधित एक अन्य फर्जी दस्तावेज और भेजा। इस दौरान उन्हें भरोसा दिलाया गया, कि आप चिंता मत कीजिए, 20-30 मिनट में आप इस मामले से बाहर हो सकती है। इस केस में करीब 150 लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है।
साइबर ठगों ने कहा, कि आपके बैंक अकाउंट की जाँच के लिए आप कुछ रुपए हमें ट्रांसफर करें। इसके बाद ठगों ने गीतिका से वेरिफिकेशन के नाम पर 95 हजार 499 रुपए की मांग की और साथ ही ये हिदायत भी दी या तो आप पैसे भेजें अन्यथा मुंबई आ कर थाने में उपस्थिति दर्ज करवाएं।
Several millions of dollars are being laundered through these accounts, and your ID is being used for hawala transactions. All this is being orchestrated by someone called Gerold, who has been arrested by Mumbai Police. These screen grabs were shared by the above guy. (9/n) pic.twitter.com/sbOZSQIN2a
— Geetika Rustagi (@geetiga) January 10, 2023
फर्जी पुलिस वालों ने गीतिका को भरोसा दिया, कि पुलिस की जाँच के बाद उन्हें उनके रुपए भेज दिए जाएँगे। इस पर गीतिका ने कहा, कि मैं रुपये ट्रांसफर नहीं कर सकती। इस पर साइबर ठगों ने चेतावनी दी, कि पैसे ना भेजने की स्थिति में बैंक अकाउंट दो- तीन वर्षो के लिए फ्रीज कर दिया जाएगा। आप के पास दो विकल्प है, या तो रुपए भेजो, अन्यथा मुंबई पहुँचो। इस पर गीतिका ने मुंबई आने के लिए तैयार होने की बात कही। जिसके बाद फोन काट दिया गया।
साइबर ठगी का शिकार होने से बाल-बाल बची गीतिका को अब ये डर सता रहा है, कि ठगों के पास अब भी उनकी आधार की डिटेल है। उल्लेखनीय है, कि इस प्रकार के केस लगभग हर दिन सामने आ रहे है। साइबर ठग पलक झपकते ही लोगों की मेहनत की कमाई को उड़ा देते है। साइबर अपराध पुलिस और प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर रहा है।