
श्रीनगर गढ़वाल में दो पक्षों में विवाद, आरोपी गिरफ्तार, फोटो साभार: etvbharat)
उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल में 3 जून की देर रात बवाल खड़ा हो गया। हेमकुंड साहिब जा रहे युवकों ने विवाद के बाद अपनी तलवार निकाल कर दूसरे पक्ष पर हमला करना शुरू कर दिया। इस दौरान मौके पर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने हमला करने वाले 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं, हाईवे अवरुद्ध करने के मामले में स्थानीय युवकों के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस के अनुसार, 4 जून की मध्य रात्रि में हुए विवाद के संबंध में कोतवाली श्रीनगर में पवन उनियाल निवासी श्रीनगर द्वारा एक प्रार्थना पत्र के माध्यम शिकायत की गई, कि रात्रि के समय वो अपने दोस्तों के साथ श्रीनगर बाजार पेट्रोल पंप पर थे। इसी दौरान पांच बुलेट मोटर साइकिल सवार 8-10 युवकों द्वारा मोटर साइकिल के साइलेंसरों से तेज आवाज कर हुड़दंग मचा रहे थे। इस पर आपत्ति दर्ज करते हुए शिकायतकर्त्ता ने युवकों को मोटर साइकिल को शांतिपूर्वक चलाने हेतु कहा।
पीड़ित के मुताबिक, इस पर इन युवकों द्वारा हम पर धारदार हथियारों से जानलेवा हमला किया गया। हम अपनी जान बचाने के लिए भागे, तो इनके द्वारा हमारा पीछा कर हमारे साथ मारपीट की गई, जिसमें हमें गंभीर चोटें आई। कोतवाली श्रीनगर में शिकायत के आधार पर मु0अ0सं0-36/2025, धारा-109,353,351(2) के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया।
दिनांक 04.06.2025 को रात्रि में श्रीनगर बाजार में हुड़दंग मचा रहे युवकों द्वारा धारदार हथियारों से जानलेवा हमला किए जाने की घटना पर श्रीनगर पुलिस ने त्वरित संज्ञान लिया। प्राप्त तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की गई। pic.twitter.com/GHkT5JsBuk
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) June 4, 2025
घटना का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह द्वारा रात्रि में ही संलिप्त सभी आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया। क्षेत्राधिकारी श्रीनगर अनुज कुमार के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक जयपाल नेगी के नेतृत्व में श्रीनगर पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई की गई।
पुलिस ने स्थानीय युवकों पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपियों के संबंध में जानकारी जुटाने के लिए घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच करते हुए सघन चेकिंग अभियान चलाया। आरोपियों के रुद्रप्रयाग की ओर जाने की जानकारी प्राप्त होने पर उनका पीछा किया गया।
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों की घेराबंदी कर जवाड़ी बाईपास के पास से पकड़ा गया। घटनाक्रम को अंजाम देने वाले 7 युवकों (जसकरण सिंह, गुरप्रीत सिंह, जशनदीप सिंह, चरनप्रीत, जसकान सिंह, सुखप्रीत सिंह व रमनदीप सिंह) को मय 3 तलवारों के साथ गिरफ्तार किया गया। साथ ही गिरफ्तार आरोपियों की बुलेट मोटर साइकलों को भी सीज किया गया है।
बताया जा रहा है, कि इस घटना के बाद कुछ स्थानीय युवक नेशनल हाई वे को जाम कर धरने पर बैठ गए। जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। पुलिस ने ट्रैफिक अवरुद्ध करने पर स्थानीय लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है। फिलहाल क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम है।
एसएसपी, पौड़ी गढ़वाल लोकेश्वर सिंह ने घटना के संबंध में बताया, कि मामला रात को ही शांत हो गया था। पुलिस ने दोनों पक्षों के विरुद्ध कार्रवाई की है। साथ ही चेतावनी दी गई है, कि यात्रा मार्ग पर किसी भी तरह का विवाद या उन्माद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा, कि बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालु शांति व भक्ति भाव के साथ चारधाम यात्रा पर जाएं। वहीं स्थानीय लोग भी इस बात का ध्यान रखें, कि किसी यात्री को किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। हमारा कर्तव्य बनता है, कि चारधाम यात्रा सुचारू रूप से चलती रहे और श्रद्धालुओं की सेवा भाव से दर्शन के बाद वापसी हो सके।
पुलिस ने इस मामले में सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें और अफवाह फैलाने वालो को भी सख्त चेतावनी दी है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है, कि 3 जून की देर रात को हेमकुंड साहिब जा रहे कुछ युवको की बाइक पर स्थानीय लोगों ने कमेंट कर दिया। जिसका मोटर साइकिल सवार युवकों ने विरोध किया।
इस दौरान दोनों पक्षों के बीच विवाद इतना अधिक बढ़ गया, कि स्थानीय लोगों के ऊपर हेमकुंड साहिब जाने वाले युवकों ने तलवारों से हमला करना शुरू कर दिया। जिससे स्थिति और तनावग्रस्त हो गई। हालांकि मौके पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर स्थिति पर काबू पा लिया।
बता दें, कि श्रीनगर गढ़वाल बद्रीनाथ, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब यात्रा का प्रमुख पड़ाव है। ऐसे में चारधाम यात्रा सीजन के दौरान श्रीनगर शहर में काफी भीड़ रहती है। यात्रा को सुचारु रूप से संचालित करने और शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए उत्तराखंड पुलिस के अधिकारी और जवान दिन-रात ड्यूटी पर तैनात है।