
जापान की आइस्पेस कंपनी का मून मिशन, (फोटो साभार: X/@ispace_inc)
जापान की निजी स्पेस कंपनी आइस्पेस का चंद्र मिशन एक बार फिर नाकाम हो गया है। कंपनी का ‘रेजिलिएंस’ अंतरिक्ष यान शुक्रवार 6 जून को चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास कर रहा था, लेकिन अंतिम क्षणों में कंपनी का उससे संपर्क टूट गया। जापान के मून मिशन से जुड़ी कंपनी आईस्पेस ने मिशन के फेल होने की पुष्टि की है। बता दें, कि कंपनी का यह दूसरा चंद्र अभियान था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जापानी कंपनी के रेजिलिएंस अंतरिक्ष यान को जापान के स्थानीय समयानुसार 6 जून 2025 को सुबह 4:17 बजे चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करनी थी, लेकिन निर्धारित लैंडिंग से एक मिनट 45 सेकंड पहले लैंडर से संपर्क टूट गया। फ्लाइट कंट्रोलर ने संपर्क स्थापित करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद मिशन के फेल होने की घोषणा कर दी गई।
आईस्पेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और संस्थापक ताकेशी हाकामादा ने मिशन में योगदान देने वाले सभी लोगों से माफी मांगी है। हाकामादा ने कहा, ‘‘यह दूसरी बार है जब हम उतरने में असमर्थ रहे। इसलिए हमें इसे बहुत गंभीरता से लेना होगा।’’ बता दें, कि आईस्पेस का चंद्रमा पर उतरने का पहला प्रयास भी दो साल पहले भी असफल रहा था, जिसके बाद इसके लैंडर का नाम ‘रेसिलिएंस’ रखा गया था।
Fly me to the Moon 🎵🌝
RESILIENCE status: nominal
Distance above the Lunar surface: ca. 100 km
Current orbital phase: Low lunar orbit, traveling at ca. 5,800 km/hRESILIENCE remains in a circular orbit as landing day approaches. This video was captured from lunar orbit by… pic.twitter.com/Ll7FCudqL5
— ispace (@ispace_inc) June 4, 2025
जानकारी के अनुसार, रेजिलिएंस अंतरिक्ष यान चंद्रमा के उस क्षेत्र में लैंडिंग करने वाला था, जिसे ‘मारे फ्रिगोरिस’ क्षेत्र कहा जाता है। मिशन कंट्रोल और दुनियाभर के दर्शक इस लैंडिंग को लाइव देख रहे थे, लेकिन लैंडिंग के आखिरी चरण में टेलीमेट्री डेटासी (यान से मिलने वाली जानकारी) अचानक गायब हो गई और लाइवस्ट्रीम बंद हो गई।
आइस्पेस कंपनी के मुताबिक, स्पेस यान ने 100 किमी ऊँची कक्षा से उतरना शुरू किया था और लगभग 20 किमी तक की ऊँचाई पर उसकी दिशा ठीक थी। हालांकि लेजर रेंजफाइंडर सेंसर से दूरी की माप मिलने में देरी हुई, जिससे यान अपनी गति समय रहते कम नहीं कर सका। जिसके कारण स्पेसशिप हार्ड लैंडिंग करते हुए क्रैश हो गया।