
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, (फाइल फोटो साभार : ANI)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शासन ने चमोली जिले के थराली में बैली ब्रिज निर्माण में लापरवाही बरतने के आरोप में दो अधिशासी अभियंता समेत चार अभियंताओं को निलंबित कर दिया है। बता दें, कि चमोली जिले के थराली के अंतर्गत ढाढ़रबगड़ के घटगाड़ गदेरे पर 60 मीटर स्पान का बैली ब्रिज निर्मित किया जा रहा था, यह निर्माणाधीन बैली ब्रिज चार जून को क्षतिग्रस्त हो गया था।
सीएम धामी के निर्देश पर सचिव लोक निर्माण विभाग पंकज कुमार पांडे द्वारा थराली में क्षतिग्रस्त हुए पुल प्रकरण पर लोक निर्माण विभाग के तीन इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया है। मुख्यमंत्री धामी के स्पष्ट निर्देश हैं, कि राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त बनाया जाए और प्रशासन में जवाबदेही सुनिश्चित की जाए।
On the instructions of Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami, 3 engineers of the Public Works Department have been suspended while taking major action in the case of damage to the under-construction bridge in Tharali of Chamoli district. On this matter, three engineers… pic.twitter.com/yjYPvJKN5u
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 5, 2025
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “प्रत्येक अधिकारी-कर्मचारी स्वयं अपने कर्तव्य और उत्तरदायित्वों के प्रति जिम्मेदारी की भावना से कार्य करें। उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना ही सरकार का लक्ष्य है। ईमानदारी और पूरी निष्ठा के साथ कार्य करें।”
सीएम धामी ने कहा, “यदि कोई अधिकारी-कर्मचारी अपने दायित्वों और कर्तव्यों के प्रति लापरवाही करता है, जनहित के कार्यों के प्रति लापरवाही करता है या भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे लापरवाह कर्मचारियों और अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
प्रकरण में निलंबित चारों इंजीनियरों को मुख्य अभियंता कार्यालय पौड़ी से संबद्ध किया गया है। सभी अभियंताओं पर कार्य में लापरवाही का आरोप है। निलंबन आदेश में कहा गया है, कि आरोप इतने गंभीर हैं कि इनके स्थापित होने की दशा में उक्त अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
उल्लेखनीय है, कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में पारदर्शी और जवाबदेह शासन की दिशा में ठोस और निर्णायक कदम उठाए जा रहे हैं। उत्तराखण्ड सरकार लगातार भ्रष्टाचारी और अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही कर रही है।