
एम्स ऋषिकेश पांचवें दीक्षांत समारोह में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा व CM धामी, (फोटो साभार: X/@OfficeofDhami)
मंगलवार (15 अप्रैल 2025) को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एम्स ऋषिकेश में आयोजित पांचवें दीक्षांत समारोह में शामिल होकर 434 मेडिकल छात्रों को उपाधि प्रदान की। समारोह में 14 मेडिकल छात्रों को स्वर्ण, एक छात्रा को रजत और एक छात्रा को कांस्य पदक एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री धामी ने एम्स ऋषिकेश में विभिन्न सुविधाओं का निरीक्षण भी किया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने एम्स ऋषिकेश की चिकित्सा सेवाओं को बढ़ाने के लिए कई स्वास्थ्य सुविधाओं का उद्घाटन भी किया। जिनमें आयुष विभाग में एकीकृत चिकित्सा, न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में पीईटी स्कैन मशीन, रेडियोलॉजी विभाग में पीएसीएस सुविधा और बाल चिकित्सा देखभाल में उन्नत बाल चिकित्सा केंद्र शामिल है।
#WATCH | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami participated in the 5th convocation of All India Institute of Medical Sciences Rishikesh along with Union Minister and BJP President JP Nadda.
Today, degrees are being awarded to 434 medical students in this convocation. pic.twitter.com/eaGKugW8BC
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 15, 2025
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में आयोजित 5वें दीक्षांत समारोह में एमबीबीएस के 98, बीएससी नर्सिंग के 95, बीएससी नर्सिंग (एलाइड हेल्थ साइंस) के 54, एमडी एमएस और एमडीएस के 109, एमएससी नर्सिंग के 17, एमएससी मेडिकल एलाइड के 1, मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ के 12, डीएम एमसीएच के 40 और पीएचडी के 8 छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गई।
दीक्षांत समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने अपने संबोधन में कहा, कि आज बदलती परिस्थितियों में बीमारियों ने भी नया-नया रूप ले लिया है। जिसे लोगों को बचाने के लिए शोध करने वाले डॉक्टरों की सबसे ज्यादा जरूरत है। एम्स ऋषिकेश ऐसे शोध करने में सफल रहा है। एम्स ऋषिकेश की स्थापना होने के बाद उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और आसपास के राज्यों के गंभीर मरीजों को काफी सुविधा मिली है। साथ ही एयर एंबुलेंस जैसी सुविधा भी पहाड़ी क्षेत्र के लोगों को मिलना बड़ी बात है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, कि भारत में पहले केवल एक एम्स था, जबकि, वर्तमान में देश में 23 एम्स संचालित हो रहे है। एम्स ऋषिकेश ने अपनी उत्कृष्ट सेवाओं के कारण स्वास्थ्य संस्थानों के बीच एक विशेष पहचान बनाई है। उन्होंने कहा, कि एम्स ऋषिकेश ने हेलीकॉप्टर और ड्रोन सेवाओं से 309 गंभीर मरीजों को बचाया। साथ ही आज देशभर में 1.75 लाख आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित हो रहे हैं, जो स्वास्थ्य और कल्याण से संबंधित विभिन्न सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में कहा, “आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर और मजबूत बनाने के जो कार्य हो रहे हैं एम्स ऋषिकेश उनका एक सशक्त उदाहरण है। दीक्षांत समारोह में सम्मिलित सभी विद्यार्थियों को हार्दिक शुभकामनाएं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपका समर्पण व परिश्रम हमारे देश को स्वस्थ और समृद्ध भविष्य की ओर अग्रसर करेगा।”
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के कुशल नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर और मजबूत बनाने के जो कार्य हो रहे हैं एम्स ऋषिकेश उनका एक सशक्त उदाहरण है। दीक्षांत समारोह में सम्मिलित सभी विद्यार्थियों को हार्दिक शुभकामनाएं। मुझे पूर्ण विश्वास है… pic.twitter.com/nFl9WwyCZ0
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) April 15, 2025
सीएम धामी ने कहा, कि आज एम्स में अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ही असाध्य रोगों का इलाज भी सफलता पूर्वक किया जा रहा है। यहां पर रोबोटिक सर्जरी समेत कई उन्नत सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा, कि कुछ समय पूर्व आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने यहां पर हेली सेवाओं का शुभारंभ किया। ऊधम सिंह नगर में एम्स के सेटेलाइट सेंटर का भी तेजी से कार्य चल रहा है।
उन्होंने कहा, “आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन और कुशल नेतृत्व में हमारी सरकार भी प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में कई कार्य कर रही है। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में विभिन्न पैथोलॉजिकल जांच की निःशुल्क सुविधा दी जा रही है। बदरीनाथ, केदारनाथ में इस वर्ष नए अस्पतालों का संचालन शुरू होने जा रहा है।”
"आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के मार्गदर्शन और कुशल नेतृत्व में हमारी सरकार भी प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में कई कार्य कर रही है। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में विभिन्न पैथोलॉजिकल जांच की निःशुल्क सुविधा दी जा रही है। बदरीनाथ, केदारनाथ में इस वर्ष नए… pic.twitter.com/FhsA4nuQ3Z
— Office Of Pushkar Singh Dhami (@OfficeofDhami) April 15, 2025
मुख्यमंत्री धामी ने बताया, कि टीबी मुक्त भारत की दिशा में आगे बढ़ते हुए हमारे राज्य के 5000 से अधिक गांव टीबी मुक्त हो चुके हैं। युवा डॉक्टरों से अनुरोध है कि प्रदेश के सुदूरवर्ती गांवों में अपनी सेवाएं अवश्य दें। उन्होंने कहा, कि प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियाँ कठिन जरूर है लेकिन प्रकृति का सौंदर्य और लोगों का आशीर्वाद आपको अवश्य मिलेगा।