
(फोटो साभार : Uttarakhand Police twitter)
नाबालिग लड़की को अपना नाम और असली पहचान बदलकर बहला-फुसलाकर भगाने के मामले में फरार चल रहे लव जिहाद के मुख्य आरोपी गुलजार मालिक को पुलिस ने रुदप्रयाग से गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक अन्य आरोपित को पुलिस मंगलवार को ही गिरफ्तार कर चुकी है। बीते बुधवार को नाबालिग के पिता ने गौचर चौकी पहुंचकर उनकी बेटी को बहला फुसलाकर भागने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नाबालिग के पिता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपितों के विरुद्ध पोक्सो में मामला दर्ज कर लिया था। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोभाल ने तत्काल विशेष दल गठित कर जगह-जगह सर्च अभियान चलाने के निर्देश दिए। इसी बीच चौकी प्रभारी मानवेंद्र गुंसाई ने लोकेशन के आधार पर मुख्य आरोपित को रानो-सारी मोटर मार्ग से गिरफ्तार कर लिया।
नाबालिग लड़की को बहला फुसलाकर कर ले जाने वाले समुदाय विशेष के दो युवकों को @chamolipolice द्वारा गिरफ्तार किये जाने के संबंध में पुलिस अधीक्षक चमोली श्री प्रमेन्द्र डोभाल जी की बाइट।#UttarakhandPolice @ANINewsUP pic.twitter.com/kiJ99FWnGv
— उत्तराखण्ड पुलिस – Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) June 7, 2023
दरअसल बीते मंगलवार (6 जून 2023) को दो मुस्लिम युवक रुद्रप्रयाग निवासी नाबालिग को लेकर गौचर स्थित एक होटल पहुंचे थे। इस बीच उनके साथ हिंदू लड़की होने की भनक लगते ही स्थानीय निवासियों ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए असलम निवासी धरमपुरा सरधना मेरठ यूपी को तो पकड़ लिया, जबकि मुख्य आरोपित गुलजार मालिक निवासी मोहल्ला किला खेवान मेरठ नाबालिग को लेकर मौके से भाग गया।
मुख्य आरोपित के फरार होने की खबर मिलते ही स्थानीय निवासियों समेत हिंदू संगठनो का गुस्सा भड़क गया और लोगो ने चौकी के सामने आरोपित को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस क्षेत्राधिकारी कर्णप्रयाग अमित सैनी के अनुसार, मुख्य आरोपित गुलजार उर्फ़ नीतिन की करीब आठ महीने पहले ही लव मैरिज हुई थी। इस बीच सोशल मीडिया के जरिये वह नाबालिग के संपर्क में आया।
उन्होंने बताया, कि आरोपित ने इंस्टाग्राम पर नीतिन महाकाल के नाम से एक फर्जी आईडी बनाई थी। इसके बाद आरोपित क्षेत्र में जेसीबी चलाने का कार्य करने लगा। इसके बाद मुलाक़ात और फोन पर भी बातचीत होने लगी। उल्लेखनीय है, कि आखिर तक नाबालिग को आरोपित का नाम मालूम नहीं था।