अपने चार वर्षीय अबोध बालक की हत्या के आरोप में गिरफ्तार हुई माइंडफुल AI लैब की फाउंडर और सीईओ सूचना सेठ को छह दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। इस खौफनाक वारदात को लेकर लगातार कई खुलासे हो रहे है। जाँच के दौरान होटल के रूम में कफ सिरप की दो बोतलें बरामद हुई है, जिसे संभवत: महिला ने अपने बच्चे को बेसुध करने के लिए इस्तेमाल में लिया था।
पुलिस के अनुसार, महिला ने कफ सिरप का इस्तेमाल इसलिए किया, ताकि मासूम नशे की स्थिति में शोर ना मचा पाए और ना ही सहायता के लिए किसी को पुकार सके। दरअसल अधिकांश कफ सिरप में ऐसे केमिकल मौजूद होते है, जो बेहोशी की स्थिति उत्पन्न करते है। इसके उपरांत गोवा पुलिस को संदेह हुआ, कि आरोपी मां ने तकिये की मदद से अपने बेटे का गला दबाकर उसके प्राण छीन लिए।
इसी बीच, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने बताया, कि बच्चे की हत्या 36 घंटे पहले की गई थी। बच्चे की मौत गला दबने से हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा नहीं लग रहा, कि बच्चों का गला हाथों से दबाया गया हो, शव को देखकर लग रहा है, कि तकिया अथवा अन्य किसी वस्तु के इस्तेमाल से इस वारदात को अंजाम दिया गया है।
पुलिस ने मंगलवार को दावा किया था, कि बच्चे की हत्या के बाद महिला ने खुदकुशी का प्रयास भी किया था। पुलिस के मुताबिक, महिला से अलग हो चुका पति अपने मासूम बच्चे की हत्या के खबर सुनने के बाद बीते मंगलवार शाम को जकार्ता से भारत लौट आया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपित महिला जांच में सहयोग नहीं कर रही है। वह एक कुटिल महिला की तरह बिल्कुल शांत बैठी रहती है।
महिला का कहना है, कि उसने अपने बेटे की हत्या नहीं की है। वो इस पूरी वारदात में अपनी संलिप्तता से साफ इंकार कर रही है। गिरफ्तारी के बाद उसने पुलिस से कहा था, कि वो डिप्रेशन में है, लेकिन पुलिस के अनुसार, महिला हिरासत में बिल्कुल समान्य लग रही है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एथिक्स एक्सपर्ट और डेटा साइंटिस्ट सूचना सेठ का कोर्ट में पक्ष रख रहे वकील ने बताया, कि स्टार्ट कंपनी माइंडफुल एआई लैब शुरू करने के बाद उसका स्टार्ट अप ठीक नहीं चल रहा था। इसके साथ ही पति के साथ हो रहे विवाद के चलते भी वो परेशान रहती थी। हालाँकि पुलिस के अनुसार, महिला ने अपने चार साल के मासूम बच्चे का कत्ल सुनियोजित योजना बनाकर की थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महिला अपने पति को बेटे से मिलने नहीं देती थी। दोनों ही बेटे की कस्टडी चाहते थे। महिला के पति ने कोर्ट में कई बार शिकायत की थी, कि उसकी पत्नी उसे उसके बेटे से मिलने नहीं देती। साल 2023 में कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए बेटे की कस्टडी मां को दी, लेकिन पिता महीने में हर रविवार अपने बेटे से मिल सकता था। बस कोर्ट का यही निर्णय महिला को पसंद नहीं आया और उसने अपने बेटे की ही बेहरहमी से हत्या कर दी।
बता दें, 39 वर्षीय टेक स्टार्टअप फाउंडर और माइंडफुल नाम की कंपनी की सीईओ सुचाना सेठ ने 6 जनवरी, 2024 की शाम अपने 4 वर्ष के बेटे के साथ गोवा के एक होटल में चेक इन किया था। उसने 7 जनवरी, 2024 को जल्दी-जल्दी में अपना होटल छोड़ दिया। जब वह वापस निकली, तो उसके साथ उसका बेटा नहीं था।
पुलिस ने जब सुचाना को फ़ोन किया, तो उसने बताया, कि उसका बेटा गोवा के फट्रोडा में है जहाँ उसके दोस्त हैं। उसने पुलिस को फर्जी पता भी दिया। पुलिस ने जब इसकी जाँच की, तो उसे संदेह हुआ। पुलिस ने महिला को लेकर जा रही टैक्सी के ड्राईवर को फोन किया और उसे नजदीकी पुलिस थाने में जाने के निर्देश दिए। इसके बाद ड्राइवर कर्नाटक के चित्रदुर्ग पुलिस थाने में पहुँचा। महिला की जाँच के दौरान उसके बैग में उसके 4 वर्षीय बेटे की लाश बरामद हुई।