
बंगाल में ईडी और पत्रकार पर हमला (तस्वीर साभार: ANI)
पश्चिम बंगाल के राशन घोटाले केस में तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहाँ शेख के घर रेड मारने गई प्रवर्तन निदेशालय की टीम व सीआरपीएफ के जवानों पर ढ़ाई सौ से तीन सौ उन्मादी लोगों की भीड़ ने जानलेवा हमला कर दिया। इस दौरान मौके पर मौजूद पत्रकारों पर भी हमला किया गया। हमलावरों ने गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। भीड़ में मौजूद पुरुषों के साथ महिलाओं ने ईडी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्हें गालियाँ दी, फिर अचानक ईंट-पत्थरों हमला बोल दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशाली में शुक्रवार (5 जनवरी 2023) को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर जानलेवा हमला किया गया। ईडी की टीम राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में कई लोकेशन पर छापेमारी करने गई थी। इसी क्रम में टीएमसी नेता शाहजहां शेख के घर पर ईडी की टीम छापा मारने के लिए पहुंची थी, तभी उन पर भीड़ ने हमला कर दिया।
#WATCH | North 24 Parganas, West Bengal: A team of the Enforcement Directorate (ED) attacked during a raid in West Bengal's Sandeshkhali.
More details are awaited pic.twitter.com/IBjnicU9qj
— ANI (@ANI) January 5, 2024
रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी जब शुक्रवार सुबह संदेशखली इलाके में शाहजहां शेख के घर पर पहुंचे, तो बड़ी संख्या में तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने ईडी अधिकारियों और केंद्रीय बलों के जवानों को घेर लिया। इसके बाद उन्होंने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और फिर एकाएक उन पर हमला कर दिया। प्रदर्शनकारियों के हिंसक हो जाने पर ईडी अधिकारी अपने क्षतिग्रस्त वाहनों को वहीं छोड़कर ऑटो रिक्शा और दोपहिया वाहनों पर सवार होकर किसी तरह वहां से निकल पाए।
भाजपा नेता व नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा, कि राज्य में कानून व्यवस्था जर्जर है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस से स्थिति का संज्ञान लेने और उचित कार्रवाई करने की अपील की है। उन्होंने मामले की जाँच एनआईए को सौंपने की भी अपील की। अपने ट्वीट में उन्होंने इस हमले में रोहिंग्याओं का हाथ होने की आशंका जताई है।
Horrific. The Law & Order Situation in West Bengal is in shambles.
ED Officials & CRPF Jawans brutally attacked in Sandeshkhali; North 24 Parganas district, while conducting Raid at TMC leader Sheikh Shahjahan's house.
I doubt that Rohingyas are present amongst the Anti National… pic.twitter.com/XHboQsBVSX— Suvendu Adhikari • শুভেন্দু অধিকারী (@SuvenduWB) January 5, 2024
बता दें, कि कुछ दिन पहले ही प्रवर्तन निदेशालय ने राशन घोटाले का पर्दाफाश करते हुए बताया था, कि पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक वितरण प्रणाली का लगभग 30 प्रतिशत राशन खुले बाजार में बेच दिया गया। राशन की कथित चोरी से जो लाभ हुआ, वो मिल मालिकों और PDS वितरकों के बीच बंट गया था।
इसके साथ ही किसानों के नाम पर फर्जी बैंक खाते खोलकर एमएसपी की राशि भी आपस में बाँटी गई थी। ये काम डीलरों, वितरकों और राशन दुकान मालिकों का एक नेटवर्क बनाकर किया गया। इस नेटवर्क ने सहकारी समितियों के साथ मिलकर किसानों के नाम पर बैंक अकॉउंट खुलवाए और फिर एमएसपी की रकम भी डकार गए।
प्रवर्तन निदेशालय का कहना है, कि ये घोटाला वर्षो से चल रहा है। 2022 में इस मामले में मुकदमा दर्ज किया था और 14, अक्टूबर 2023 को एक बकीबुर रहमान नाम का व्यापारी गिरफ्तार हुआ था। इसके बाद इस मामले में पश्चिम बंगाल की मंत्री ज्योति प्रिया मलिक भी गिरफ्तारी हुई थी। आरोप है, कि उनके खाद्य मंत्री रहने के कार्यकाल (2011-2021) के दौरान राशन वितरण में भारी अनियमितताएँ हुई थी।