
पेरिस में AI एक्शन समिट में PM मोदी का संबोधन,(चित्र साभार: X/@airnewsalerts)
फ्रांस की राजधानी पेरिस में एआई एक्शन समिट (AI Action Summit) का आयोजन हो रहा है। इस समिट में दुनिया के बड़े-बड़े टेक दिग्गज हिस्सा ले रहे है। AI समिट में वैश्विक स्तर पर AI के इस्तेमाल और उसके डेवलपमेंट को लेकर चर्चा की जाएगी। भारत, फ्रांस और कनाडा के साथ मिलकर AI समिट की सह-अध्यक्षता कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार (11 फरवरी 2025) को फ्रांस में ‘एआई एक्शन समिट’ के दौरान अपने संबोधन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के महत्व पर जोर दिया। पेरिस के ग्रैंड पैलेस में आयोजित सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा, “शासन का मतलब सभी के लिए पहुंच सुनिश्चित करना भी है, खास तौर पर ग्लोबल साउथ में। एआई स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और बहुत सी चीजों को बेहतर करके लाखों लोगों के जीवन को बदलने में मदद कर सकता है।”
पीएम मोदी ने कहा, ‘AI एक ऐसी दुनिया बनाने में मदद कर सकता है, जिसमें विकास लक्ष्यों की यात्रा आसान और तेज हो जाए। ऐसा करने के लिए, हमें संसाधनों और प्रतिभाओं को एक साथ लाना होगा। हमें ओपन-सोर्स सिस्टम विकसित करना होगा जो विश्वास और पारदर्शिता को बढ़ाए। हमें पूर्वाग्रहों से मुक्त गुणवत्तापूर्ण डाटा सेट बनाना होगा।”
#WATCH | PM Modi addresses the AI Action Summit in Paris
"We must develop open source systems that enhance trust and transparency. We must build quality data centres free from biases, we must democratize technology and create people centre applications. We must address concerns… pic.twitter.com/FY7UojAIqy
— ANI (@ANI) February 11, 2025
AI समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “AI आज वक्त की जरूरत है। हमारे पास दुनिया का सबसे बड़ा टैलेंट है। हम लोगों ने डेटा को सुरक्षित रखने की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा, कि AI का भविष्य काफी अच्छा है। कुछ लोग मशीनों की ताकत बढ़ने से चिंता में है, लेकिन इसमें चिंता की कोई बात नहीं है।
गौरतलब है, कि पेरिस में आयोजित AI समिट में भारत की स्थिति मजूबत होगी। दरअसल, चीन और अमेरिका AI क्षेत्र में लगातार खुद को मजबूत कर रहे हैं, जो भारत के लिए एक बड़ी चुनौती है। वहीं भारत भी इस उभरती टेक्नोलॉजी को डेमोक्रैटाइज करना चाहता है। बता दें, कि हाल में ही भारत ने AI सेक्टर में कई बड़े ऐलान किए है।