
CM धामी ने मुख्यमत्री आवास स्थित गौशाला में की गोवर्धन पूजा,(फोटो साभार : X@DIPR_UK)
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जा रहा है। सनातन धर्म के मुख्य त्योहार गोवर्धन पूजा के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शासकीय आवास स्थित गौशाला में गौमाता की पूजा-अर्चना कर राज्य की खुशहाली, समृद्धि और जन कल्याण की कामना की।
मुख्यमंत्री धामी ने गोवर्धन पूजा की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “गोवर्धन पूजा प्रकृति संरक्षण, मनुष्यों एवं जानवरों के बीच के प्रेम को दर्शाता है। यह पर्व हमें अपनी परंपराओं, संस्कृति और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बने रहने का भी संदेश देता है।”
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्यमंत्री आवास स्थित गौशाला में गोवर्धन पूजा के अवसर पर गौमाता की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली, समृद्धि और जन कल्याण की कामना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवर्धन पूजा प्रकृति संरक्षण, मनुष्यों एवं जानवरों के बीच के प्रेम को दर्शाता है।… pic.twitter.com/c2zjXnNmQf
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) October 22, 2025
सीएम धामी ने कहा, कि हिंदू धर्म में गाय को माता का दर्जा मिला है। गौमाता सनातन संस्कृति और कृषि जीवन का अभिन्न हिस्सा है। उनकी सेवा और संरक्षण, हमारे जीवन को आगे बढ़ाता है। कई परिवारों का भरण-पोषण गाय पालन और गौ-सेवा से होता है। गौ-संवर्धन धार्मिक भावनाओं से जुड़े होने के साथ ही आजीविका और आत्मनिर्भरता से भी जुड़ा हुआ है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी से अपील की है, कि हम सभी मिलकर गायों की सेवा, सुरक्षा और संरक्षण के लिए प्रयास करें। उन्होंने कहा, कि राज्य सरकार निराश्रित गौवंश के लिए गौ सदनों के निर्माण और संचालन को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा, कि राज्य में करीब 54 गौ सदनों का निर्माण कार्य जारी है। मुख्यमंत्री ने कहा, कि आगे भी राज्य सरकार गौ संरक्षण के लिए कार्य करती रहेगी।
सीएम धामी ने कहा, कि राज्य में निराश्रित पशुओं ( जिन्हें गौशालाओं में पाला जा रहा है) के भरण-पोषण के लिए पहले 5 रुपए प्रति दिन प्रति पशु दिया जाता था, इसे बढ़ाकर अब 80 रुपए प्रति पशु/ प्रति दिन किया गया है। निजी रूप से गौशालाओं के निर्माण में राज्य सरकार ने 60 फीसदी सब्सिडी देने का प्रावधान किया है।