
बीते गुरुवार को उत्तराखंड के नगर निकायों के लिए मतदान हुआ और प्रत्याशियों का भाग्य का फैसला मतपेटियों में बंद हो गया है। अब शनिवार (25 जनवरी 2025) को जनता के मत की चाबी से उनकी किस्मत का ताला खुलेगा। चुनाव के दिन प्रदेश के नागरिकों ने जिस तरह से उत्साह दिखाया, उससे उम्मीद जगी है, कि इस बार मतदान करते समय मतदाताओं ने प्रत्याशी की व्यक्तिगत छवि, अपने शहर व वार्ड के विकास को प्राथमिकता में रखा है।
उत्तराखंड में निकाय चुनाव के लिए कुल 65.41 फीसदी मतदान हुआ। 11 नगर निगम, 43 नगर पालिका और 46 नगर पंचायतों में वोटिंग सुबह 8 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक चली। हालांकि, शाम 5 बजे से पहले वोटिंग लाइन में लगे मतदाताओं ने शाम लगभग 7 बजे तक मतदान किया। वहीं चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में कुल मतदान प्रतिशत 65.41 फीसदी निकलकर सामने आया।
गुरुवार (23 जनवरी 2025) को उत्तराखंड निकाय चुनाव में सबसे अधिक मतदान रुद्रप्रयाग में दर्ज किया गया और जनपद में 71.15 फीसदी मतदान हुआ है। इसके बाद उधम सिंह नगर में 70.6 फीसदी मतदान, जबकि तीसरे नंबर पर रहा नैनीताल जहां 69.78 फीसदी मतदान हुआ। वहीं जबकि बागेश्वर में 67.19 फीसदी मतदान हुआ।
गौरतलब है, कि निकाय चुनाव में करीब 66 फीसदी वोटिंग होने के बाद दोनों ही राजनीतिक दलों की बेचैनी बढ़ गई है। दरअसल, मुख्य मुकाबले में दोनों दल ही आमने-सामने रहे है। ऐसे में इन दोनों ही दलों के दिग्गज नेताओं के साथ ही प्रदेश संगठनों के लिए ये निकाय चुनाव किसी एग्जाम से कम नहीं हैं।
चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने पूरी ताकत झोंकी है। अब सभी की निगाहें शनिवार को घोषित होने वाले रिजल्ट पर टिक गई है। वहीं नई टिहरी जिले की 4 नगर पालिका और 6 नगर पंचायतों में कई सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है, वहीं कुछ सीटों पर निर्दलीय दोनों राष्ट्रीय दलों के लिए खतरे की घंटी साबित हो रहे है।
नई टिहरी सीट पर अध्यक्ष पद के लिए चुनाव मैदान में भाजपा प्रत्याशी मस्ता सिंह नेगी और कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप पंवार के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी मोहन सिंह रावत और निर्दलीय प्रत्याशी अनुसूया नौटियाल के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा है। बता दें, कि देवप्रयाग नगर पालिका में अध्यक्ष पद पर भाजपा की ममता देवी का निर्वाचन निर्विरोध हुआ है। इस सीट पर तीन निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस ले लिया था।