द्वितीय केदार मद्महेश्वर को जोड़ने वाला रांसी-गौंडार-मद्महेश्वर पैदल मार्ग पर बणतोली के नजदीक सरस्वती नदी पर स्थित पुल के बहने से दो दिन तक फंसे 293 श्रद्धालुओं को सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह के आदेश पर जिला प्रशासन एवं SDRF ने कार्यवाही करते हुए हेलीकॉप्टर के माध्यम से रुद्रप्रयाग के मद्महेश्वर घाटी में फंसे लोगों का रेस्क्यू किया। हेलिकॉप्टर से 190 यात्रियों को और 103 यात्रियों को रस्सी के सहारे नदी पार कराते हुए गौंडार गांव पहुंचाया गया।
उत्तराखंड पुलिस ने ट्वीट के जरिये जानकारी दी, “हेलीकॉप्टर के माध्यम से रुद्रप्रयाग के मद्महेश्वर घाटी में फंसे लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है। नानू में एक अस्थायी और वैकल्पिक हेलीपैड स्थापित किया गया है जहां लोग पैदल पहुंच रहे हैं। उन्हें रांसी गांव ले जाया जा रहा है।”
हेलीकॉप्टर के माध्यम से रुद्रप्रयाग के मद्महेश्वर घाटी में फंसे लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है। नानू में एक अस्थायी और वैकल्पिक हेलीपैड स्थापित किया गया है जहां लोग पैदल पहुंच रहे हैं। उन्हें रांसी गांव ले जाया जा रहा है।#UttarakhandPolice #RescueOperation pic.twitter.com/yYWiARG5hK
— उत्तराखण्ड पुलिस – Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) August 16, 2023
गौरतलब है, कि बचाव अभियान में जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन, पुलिस और एसडीआरएफ के साथ स्थानीय ग्रामीणों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बुधवार (16 अगस्त 2023) को प्रातः 6 बजे यात्रियों का रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। ट्रांस भारत हेली एविएशन के हेलिकॉप्टर के लिए नानू में अस्थायी हेलिपैड बनाया गया था। हेलिकॉप्टर द्वारा एक गर्भवती महिला सहित 190 यात्रियों को नानू से रांसी पहुंचाया गया, जबकि 49 यात्रीयों को रस्सी के सहारे नदी को पार कराते हुए गौंडार गांव पहुंचाया गया।
बता दें, बीते रविवार देर रात से सोमवार सुबह सात बजे तक हुई भारी वर्षा और अतिवृष्टि से गौंडार-मद्महेश्वर पैदल मार्ग पर बणतोली के नजदीक सरस्वती नदी पर स्थित पैदल स्टील गार्डर पुल बह गया था। पुल के बहने से मद्महेश्वर मंदिर का गौंडार गांव सहित पूरे जिले से संपर्क कट गया था। इस दौरान पैदल मार्ग से मंदिर तक 293 यात्री फंस गए थे।
सोमवार को खराब मौसम के चलते रेस्क्यू अभियान शुरू नहीं किया जा सका था। 15 अगस्त को एसडीआरएफ, पुलिस और आपदा प्रबंधन ने रस्सी के सहारे दूसरे छोर से 52 यात्रियों को गौंडार गांव पहुंचाने में कामयाब हुए थे। वहीं बुधवार को हेलिकॉप्टर द्वारा 190 यात्रियों और 49 यात्रीयों को रस्सी के सहारे नदी को पार कराया गया।