
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, (चित्र साभार : @pushkardhami) फाइल चित्र
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में बुधवार (18 जून 2025) को सचिवालय में उत्तराखंड मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित हुई। बैठक में सहकारिता, पशुपालन, डेयरी और पर्यटन से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। कैबिनेट बैठक में कुल चार प्रस्तावों पर मुहर लगी है।
मंत्रिमंडल की बैठक संपन्न होने के बाद सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने प्रेस ब्रीफिंग में कैबिनेट के प्रस्तावों की जानकारी दी। उन्होंने बताया, कि कैबिनेट ने सहकारिता विभाग में ब्लॉक से लेकर राज्य स्तर तक ऑडिट कराने के निर्णय पर मुहर लगाई। इस कार्य के लिए उप निबंधक (ऑडिट) लेवल-11 का पद सृजित किया गया है, जो पांच वर्ष की अवधि के लिए प्रतिनियुक्ति से भरा जाएगा।
इसके साथ ही बदरीनाथ धाम मास्टर प्लान के तहत सौंदर्यीकरण कार्यों को भी हरी झंडी दी गई। इसके अंतर्गत दीवारों पर कलात्मक चित्रण (आर्टवर्क) किया जाएगा, जिसमें आईएसबीटी की दीवारें भी शामिल होंगी।
कैबिनेट बैठक के महत्वपूर्ण निर्णय।#UttarakhandCabinetMeeting#UttarakhandCabinetDecision#Uttarakhand pic.twitter.com/MqQOUQf00N
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) June 18, 2025
कैबिनेट बैठक में 4 प्रस्तावों पर लगी मुहर :-
- उप निबंधक ऑडिट का एक पद सृजन करने को मिली मंजूरी। अगले पांच साल के लिए इस पद को भरा जाएगा। कोऑपरेटिव सोसायटी का करेगा ऑडिट
- बदरीनाथ धाम में आईएसबीटी की वॉल पर आर्टवर्क कार्य किया जाना है, इस प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है।
- पशुपालन विभाग में अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों को 90 फीसदी की सब्सिडी पर गाय दी जाती थी। इसी तरह डेयरी विभाग के जरिए ‘गंगा गाय योजना’ के तहत सामान्य वर्ग के लोगों को सब्सिडी दी जाती है। ऐसे में दोनों योजनाओं को मर्ज करने का निर्णय लिया गया है।
- पशुपालन विभाग में पशुधन प्रसार अधिकारी के 429 पद खाली है। ऐसे में भर्ती प्रक्रिया के तहत अधिकारियों को दो साल की ट्रेनिंग दी जाती है। ऐसे में इन अधिकारियों के चयन और ट्रेनिंग के बाद ज्वाइनिंग में चार साल का समय लग जाता है। प्रशिक्षण अवधि को दो साल से घटाकर एक साल किया गया।
कैनिनेट बैठक में राज्य के तमाम मंदिरों में बढ़ रहे श्रद्धालुओं की संख्या पर भी चर्चा की गयी। सरकार का प्रयास है, कि चारधाम समेत प्रदेश के प्रसिद्ध मंदिरों के साथ ही राज्य में मौजूद अन्य पौराणिक मंदिरों में भी श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचें। बैठक के दौरान पर्यटन विभाग द्वारा जानकारी दी गई, कि कार्तिक स्वामी मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में पिछले साल की तुलना में इस साल 4 गुना वृद्धि दर्ज की गई है।
इसके अलावा जागेश्वर में पिछले साल लगभग 4 लाख श्रद्धालु आए थे, जबकि इस वर्ष अभी तक 6 लाख श्रद्धालु दर्शन करने आ चुके है। इसी तरह उत्तरकाशी जिले के साल्ड गांव में स्थित जगन्नाथ मंदिर के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हुआ है।