
नॉर्थ-ईस्ट राज्यों में रेस्क्यू अभियान में जुटी NDRF,(फोटो साभार: X/#FWR_Ops/NDTV)
मानसून की दस्तक के साथ ही असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। असम व मणिपुर में बाढ़ और बारिश से 7 लाख से अधिक लोग प्रभावित बताये जा रहे हैं। असम में 21 जिले बाढ़ की चपेट में है। इसके अलावा मणिपुर में 3,365 घरों को नुकसान पहुँचा है जबकि एक मौत भी हुई है।
मणिपुर के इंफाल घाटी और इसके आसपास के क्षेत्रों में मूसलधार बारिश और बाढ़ के चलते जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है ऐसे कठिन हालात से निपटने के लिए भारतीय सेना युद्ध स्तर पर जुटी हुई है। फिलहाल पूर्वोत्तर राज्यों को बारिश से राहत मिलने की संभावना कम है। यहां अगले दो दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने का अलर्ट जारी किया गया है।
बाढ़ जैसी स्थिति की गंभीरता के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार राज्य सरकार और राज्यपाल के साथ संपर्क में बने हुए हैं। इसके अलावा उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है। सेना की पूर्वी कमांड और असम राइफल्स द्वारा मणिपुर और त्रिपुरा में राहत एवं बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
सिक्किम में भूस्खलन के बाद फंसे 34 लोगों को दो MI-17 V-5 हेलिकॉप्टरों की मदद से पाकयोंग हवाई अड्डे पर सुरक्षित पहुँचाया गया। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है, कि अरुणाचल प्रदेश में 12, मेघालय में 6, मिजोरम में 5, सिक्किम में 4, त्रिपुरा में 2 लोगों की मौत हो चुकी है। असम और मणिपुर समेत पूर्वोत्तर के कई इलाकों में बाढ़ के साथ-साथ लैंडस्लाइड का संकट भी खड़ा हो गया है।