
राष्ट्रपति ट्रंप ने की हमले की पुष्टि, (फोटो साभार: X/@washingtonpost)
इजरायल और ईरान के युद्ध में अब अमेरिका की एंट्री हो गई है। राष्ट्रपति ट्रंप ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा है, कि अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर एक बड़ा और सफल हवाई हमला किया है।
ट्रंप ने कहा, कि अमेरिकी सेना का मुख्य निशाना ईरान का अहम परमाणु ठिकाना फोर्डो था, जिसे पूरी तरह नष्ट कर दिया गया है। उन्होंने इसे अमेरिकी सेना की बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा, कि ऐसी क्षमता दुनिया की किसी और सेना में नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया, कि हमले के बाद अमेरिका ने मध्य-पूर्व में अपने सभी एयरबेस को अलर्ट कर दिया है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते शनिवार 21 जून की रात व्हाइट हाउस से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, “हमारा लक्ष्य ईरान की परमाणु बम बनाने की क्षमता को नष्ट करना और विश्व में आतंकवाद फैलाने वाले नंबर एक देश के परमाणु खतरे से लोगों को बचाना है। पिछले 40 साल से ईरान अमेरिका के विरुद्ध कार्य कर रहा है और कई अमेरिकी इस नफरत का शिकार हुए हैं, इसलिए मैंने तय किया है कि अब इसे रोकना ही होगा।”
President Trump delivers a POWERFUL message after striking Iran >> pic.twitter.com/4ffxQQzhAG
— Hananya Naftali (@HananyaNaftali) June 22, 2025
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, कि फोर्डो को ईरान के परमाणु कार्यक्रम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है। फोर्डो ईरान में पहाड़ी के लगभग 90 मीटर नीचे स्थित यूरेनियम संवर्धन स्थल है, जिसे तबाह करने के लिए अमेरिका ने GBU-57 बम गिराए हैं। इस बम की विशेषता ये है, कि ये करीब 60 मीटर की गहराई तक पहले घुसता है और फिर इसमें भीषण धमाका होता है।
जानकारी के अनुसार, लगभग दो हफ्ते पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के विरुद्ध इजरायल के सैन्य हमले की जानकारी दी थी। हालाँकि इसके बाद उन्होने कहा था कोई नहीं जानता कि वह क्या करने जा रहे हैं। अमेरिका ने अपने अत्याधुनिक फाइटर जेट्स बी2 बॉम्बर्स को मध्यपूर्व की ओर प्रशांत महासागर में रवाना किया था। इसके बाद अनुमान लगाया जा रहा था, कि अमेरिका सीधे युद्ध में शामिल हो सकता है।
ईरान में तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर हुए हमलों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने अमेरिका और राष्ट्रपति ट्रंप की तारीफ करते हुए कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप और मैं अक्सर कहते हैं, कि शक्ति के रास्ते ही शांति आती है। पहले शक्ति आती है, फिर शांति आती है।”
President Trump and I often say: ‘Peace through strength.’
First comes strength, then comes peace.
And tonight, @realDonaldTrump and the United States acted with a lot of strength. pic.twitter.com/7lTWCZkgw7
— Benjamin Netanyahu – בנימין נתניהו (@netanyahu) June 22, 2025
वहीं ईरान ने इस हमले के बाद सरकारी टीवी चैनल के जरिये चेतावनी जारी करते हुए कहा है, कि अब क्षेत्र में मौजूद हर अमेरिकी नागरिक या सैन्यकर्मी ईरान के टारगेट पर हैं। हालांकि, ईरान के पास फिलहाल तेज प्रतिक्रिया देने या राजनीतिक और सैन्य एक्शन लेने की गुंजाइश काफी कम नजर आ रही है।