
तालिबान का पलटवार, (फोटो साभार : ivehindustan)
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर भीषण लड़ाई छिड़ने की खबर है। दोनों मुल्कों के बीच जंग सिर्फ गोलाबारी तक ही सीमित नहीं है बल्कि तोप के गोले भी दागे जा रहे हैं। पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर बीते शनिवार की देर रात तनाव अचानक बढ़ गया, जब दोनों देशों की फौज के बीच कई जगहों पर भीषण गोलीबारी हुई।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। अफगानिस्तान का कहना है, कि 5 पाकिस्तानी सैनिकों ने सरेंडर किया और 18 मारे गए। रविवार की सुबह पाकिस्तान की तरफ से अफगानिस्तान की कई अग्रिम चौकियों पर टैंक, तोप और ड्रोन्स की मदद से जवाबी हमला किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान के कई क्षेत्रों में अफगान सैनिकों द्वारा फायरिंग की गई है। अफगानिस्तान से जुड़े टोलो न्यूज का कहना है, कि 18 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई है। वहीं कंधार के मैवंद जिले में इस्लामिक अमीरात बलों के समक्ष पांच पाकिस्तानी बलों के आत्मसमर्पण की खबर भी है।
वहीं पाकिस्तानी मीडिया दावा कर रहा है, कि कि टीटीपी के आतंकियों को पाकिस्तान में घुसपैठ कराने के लिए सीमा पर गोलीबारी की गई। गोलीबारी में अफगानिस्तान की कई चौकियां तबाह हो गई हैं और कई अफगानी सैनिक और टीटीपी आतंकी मारे गए हैं। हालांकि रिपोर्ट में मृतकों और घायलों के सही आंकड़े नहीं बताए गए है।
अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, कि तालिबान की अगुवाई वाली अफगान फौज ने पाकिस्तानी फौज की कई चौकियों पर कब्जा कर लिया है। ये झड़पें खासकर कुनार और हेलमंद प्रांतों में ड्यूरंड रेखा के पास हुईं। बहरामचा जिले के शकीज, बीबी जानी और सालेहान इलाकों में और पक्तिया प्रांत के आरयूब जाजी इलाके में भीषण लड़ाई छिड़ी हुई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, अलावा कुनार प्रांत के नारी जिले के पास, डूरंड रेखा के पार नूरिस्तान प्रांत के कामदेश जिले में ISIS के ठिकानों पर हमला किया गया। बताया जा रहा है, कि ये ठिकाने रेखा के दूसरी ओर पाकिस्तान के नाजिम और जकीमुल्लाह इलाकों में स्थित थे। इन हमलों में इस्लामिक स्टेट के कई आतंकवादी मारे गए हैं।
अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया है, कि उसने अफगानिस्तान के संप्रभुता का उल्लंघन किया है विदेश मंत्री मुत्तकी ने कहा, कि अफगानो के साहस की परीक्षा नहीं ली जानी चाहिए। उन्होंने कहा, कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के अंदर हमले किए थे, जिसमें कई निर्दोष लोग मारे गए थे।
यह कार्रवाई पाकिस्तान द्वारा अफगान हवाई क्षेत्र के उल्लंघन के जवाब में की गई है। बता दें, कि पाकिस्तान ने 9 अक्टूबर को अफगानिस्तान के काबुल, खोस्त, जलालाबाद और पंक्तिका में टीटीपी चीफ नूर वली मेहसूद को निशाना बनाते हुए कई हमले किए गए थे। इसके बाद अफगान सेना जवाबी कार्रवाई करते हुए कई पाकिस्तानी चौकियों पर कब्जा कर लिया है।
बताया जा रहा है, कि पाकिस्तान सेना को इस लड़ाई में भारी नुकसान उठाना पड़ा है। रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, 2021 में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से यह सीमा पर सबसे गंभीर झड़पों में से एक है, जो दोनों मुल्कों के रिश्तों की तनावपूर्ण स्थिति को चित्रित करता है। वहीं दोनों देशों के बीच बढ़ते संघर्ष को देखते हुए दुनियाभर के देशों ने शांति की अपील की है।