
छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई, (फोटो साभार : अमर उजाला)
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षाबलों ने 1 करोड़ के इनामी नक्सली कमांडर मनोज उर्फ मोडेम बालकृष्ण समेत कुल 10 नक्सलियों को मार गिराया है। वहीं एनकाउंटर के दौरान 25 लाख रुपये का इनामी नक्सली प्रमोद भी मारा गया। रायपुर संभाग के आईजी अमरेश मिश्रा और गरियाबंद जिले के एसपी निखिल राखेचा द्वारा इस मुठभेड़ की पुष्टि की गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सुरक्षाबलों को मैनपुर के जंगलों में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर गरियाबंद ई-30, STF और CRPF की कोबरा टीम मौके पर पहुंची, जहां फोर्स और नक्सलियों के बीच रुक-रुककर मुठभेड़ चलती रही। सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार बरामद किये गये हैं। साथ ही नक्सल सामग्री भी बरामद की गई है।
न्यूज एजेंसी ANI की एक्स पोस्ट के मुताबिक, रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा ने बताया, कि मैनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत जंगल में उस समय मुठभेड़ शुरू हुई, जब सुरक्षाकर्मी नक्सल विरोधी अभियान पर सर्चिंग पर थे। इस अभियान में विशेष कार्य बल (STF), कोबरा (सीआरपीएफ की एक विशिष्ट इकाई – कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन) और अन्य राज्य पुलिस इकाइयों के जवान शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ | रायपुर रेंज के IG अमरेश मिश्रा ने बताया, “गरियाबंद में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है और रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही है। कुछ नक्सलियों के मारे जाने की संभावना है।”
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 11, 2025
छत्तीसगढ़ में हुई मुठभेड़ पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए लिखा, “नक्सलियों के विरुद्ध हमारे सुरक्षा बलों ने आज एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। छत्तीसगढ़ में CRPF की कोबरा कमांडो, छत्तीसगढ़ पुलिस और DRG ने जॉइंट ऑपरेशन चलाकर ₹1 करोड़ के इनामी सीसीएम मोडेम बालकृष्णा उर्फ मनोज सहित 10 कुख्यात नक्सलियों को मारा गिराया है। समय रहते बचे-खुचे नक्सली भी आत्मसमर्पण कर दें। आगामी 31 मार्च से पहले लाल आतंक का समूल नाश निश्चित है।
नक्सलियों के विरुद्ध हमारे सुरक्षा बलों ने आज एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। छत्तीसगढ़ में CRPF की कोबरा कमांडो, छत्तीसगढ़ पुलिस और DRG ने जॉइंट ऑपरेशन चलाकर ₹1 करोड़ के इनामी सीसीएम मोडेम बालकृष्णा उर्फ मनोज सहित 10 कुख्यात नक्सलियों को मारा गिराया है। समय रहते बचे-खुचे नक्सली…
— Amit Shah (@AmitShah) September 11, 2025
रिपोर्ट्स के अनुसार, एक करोड़ रुपये का इनामी नक्सली मनोज मोडेम उर्फ बालकृष्ण उर्फ भास्कर तेलंगाना के वारंगल जिले के मदीकोंडा गांव का रहने वाला था। युवावस्था में पीपुल्स वार ग्रुप से जुड़कर भास्कर नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी का मेंबर बन गया था। वह ओडिशा स्टेट कमेटी का सचिव था। वह ओएससी और सीआरबी का भी सदस्य था।
संगठन के भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) में विलय के बाद वह लगातार ऊपर बढ़ता गया और केंद्रीय समिति तथा सेंट्रल रीजनल ब्यूरो के साथ ही ओडिशा राज्य कमेटी के प्रभारी तक पहुंचा। बस्तर और आंध्र–ओडिशा सीमा पर उसकी रणनीतिक भूमिका अहम रही। केकेबीएन (कांधमाल-कालाहांडी-बोध-नयागढ़) डिवीजन का प्रभारी रहते हुए उसने सुरक्षा बलों पर कई हमलों की योजना बनाई थी।