
ऑपरेशन कालनेमि के तहत अब तक 5500 संदिग्धों का हुआ सत्यापन, (चित्र साभार : X@@uttarakhandcops)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत साधु संतों का भेष बनाकर लोगों को ठगने और सनातन संस्कृति को बदनाम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है। इस ऑपरेशन के तहत उत्तराखंड के सभी जिलों में 5500 से ज्यादा संदिग्धों का सत्यापन किया गया है। इनमें 14 ढोंगियों को गिरफ्तार किया गया।
रविवार (7 सितंबर 2025) को पटेलभवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईजी कानून व्यवस्था डॉ. नीलेश आनंद भरणे ने मीडियाकर्मियों को बताया, कि ऑपरेशन कालनेमि ने समाज में सकारात्मक संदेश दिया है। उन्होंने बताया, कि पुलिस किसी भी ऐसे तत्व को बख्शने के पक्ष में नहीं है, जो देवभूमि की पवित्रता और जनता की आस्था के साथ छल करता है। इस संबंध में शासन द्वारा भी दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
“ऑपरेशन कालनेमि”
माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड श्री @pushkardhami जी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड पुलिस का बड़ा अभियान।◼️ 5500+ सत्यापन
◼️ 14+ गिरफ्तारियां
◼️ 1182 निरोधात्मक कार्यवाहीदेवभूमि की आस्था व सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा हेतु असामाजिक तत्वों पर कठोर कार्यवाही। pic.twitter.com/HdGmYo41gE
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) September 7, 2025
आईजी कानून व्यवस्था डॉ. नीलेश आनंद भरणे ने बताया, कि ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत अब एक समिति का गठन भी मुख्यालय स्तर पर कर दिया गया है। यह समिति प्रत्येक दिन की कार्रवाई पर निगरानी रखने के साथ-साथ शासन को भी प्रतिदिन रिपोर्ट दे रही है। उन्होंने बताया, कि अब तक हरिद्वार जिले में सबसे अधिक 2704 संदिग्धों का सत्यापन किया गया है। इनमें तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।
ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत देहरादून में 922 लोगों का सत्यापन हुआ, जिसमें से चार पाखंडियो को गिरफ्तार किया गया है। वहीं बीएसएफ के साथ समन्वय स्थापित करते हुए अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को उनके मुल्क वापस भेजा गया। अब तक की कार्रवाई में कुल 1182 लोगों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई भी की गई है।
आईजी कानून व्यवस्था ने पत्रकारों को बताया, कि टिहरी, पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल और ऊधमसिंहनगर जिलों में भी लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसके लिए अब सभी जिलों को निर्देशित किया गया है, कि वे इस अभियान को प्राथमिकता पर रखते हुए और प्रभावी ढंग से चलाएं। उन्होंने बताया, कि ऑपरेशन कालनेमि के तहत अब सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखी जाएगी, जहां फेक आईडी बनाकर गलत काम किया जा रहा है।
गौरतलब है, कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर शुरू हुआ ‘ ऑपरेशन कालनेमि ‘ अब पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। सीएम धामी ने स्पष्ट किया है, कि देवभूमि में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियां, पहचान छिपाकर ठगी या धार्मिक भावनाओं से खिलावाड़ करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।
बता दें, कि मुख्यमंत्री धामी पहले भी धर्म और सनातन की रक्षा के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठा चुके हैं। उन्होंने ‘ लव जिहाद’ और ‘लैंड जिहाद’ पर उल्लेखनीय कार्रवाई की है। इसके साथ ही सीएम धामी ने ऑपरेशन कालनेमि, धर्मांतरण विरोधी कानून में सख्ती के साथ ही मदरसा बोर्ड को समाप्त करते हुए हिन्दुत्व के पुर्नजागरण अभियान को धार दी है।