
थराली में बादल फटने से मची भारी तबाही, (फोटो साभार : X@the_hindu)
उत्तराखंड में एक बार फिर प्राकृतिक आपदा का प्रकोप दिखा। चमोली जिले के थराली में बीते शुक्रवार की देर रात बादल फटने से बड़ी तबाही हुई है। चारों तरफ मलबा फैल गया, जिससे घरों, दुकानों और सड़कों को भारी नुकसान पहुंचा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राहत बचाव अभियान तेजी से चलाने के निर्देश दिए हैं।
सीएम धामी ने थराली आपदा पर दुःख प्रकट करते हुए कहा, “जनपद चमोली के थराली क्षेत्र में देर रात बादल फटने की दुःखद सूचना प्राप्त हुई। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, पुलिस मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। इस संबंध में निरंतर स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूँ और स्वयं स्थिति की गहन निगरानी कर रहा हूं। ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूँ।”
जनपद चमोली के थराली क्षेत्र में देर रात बादल फटने की दुःखद सूचना प्राप्त हुई। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, पुलिस मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
इस सम्बन्ध में निरंतर स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूँ और स्वयं स्थिति की गहन निगरानी कर रहा हूं। ईश्वर से सभी के…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 23, 2025
अधिकारियों के अनुसार, चमोली जिले के थराली तहसील के चेपड़ों कस्बे में शुक्रवार देर रात बादल फटने से भारी तबाही मच गई। रातभर हुई तेज बारिश के कारण टूनरी गधेरे में बाढ़ आ गई और मलबा पिंडर नदी में मिलने से पहले तहसील परिसर तथा आसपास के घरों में घुस गया। पुलिस और प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्यों किया जा रहा है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, बरसाती गदेरे के उफान से बाजार मलबे में दब गया और कई मकान तबाह हो गए। दो लोगों के लापता होने की खबर है। वहीं एसडीएम आवास भी मलबे में दब गया। स्थिति को देखते हुए एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों ने रात में ही अपने आवास खाली कर सुरक्षित जगह पर शरण ली। राड़ीबगड़ में मलबे की गाड़ियां दबने की भी सूचना है।
थराली कस्बे में भारी नुकसान देखने को मिल रहा है। हादसे के बाद क्षेत्र का दृश्य बेहद दर्दनाक है। स्थानीय निवासियों के रोजगार के साधन और जीवनभर की पूंजी तबाह हो गई है। कई लोगों के घरों के अंदर पानी भर गया है और कई घर मलबे की चपेट में आ गए हैं। फिलहाल जिला प्रशासन युद्धस्तर पर राहत व बचाव अभियान में जुटा हुआ है।
चमोली जिले के थराली तहसील क्षेत्र में अति वृष्टि के कारण मलबे में दबे लोगों की खोज हेतु पुलिस, SDRF और DDRF द्वारा रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। #UttarakhandPolice#UttarakhandPoliceSDRF #Uttrakhand #RescueOperation pic.twitter.com/beRRzjNn1L
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) August 23, 2025
बता दें, कि शुक्रवार 22 अगस्त देर रात को आए सैलाब ने न सिर्फ चेपडों गांव के बाजार को तबाह कर दिया है, बल्कि थराली बाजार को भी भारी नुकसान पहुंचाया है। थराली से चेपडों गांव की दूरी करीब पांच किमी है, लेकिन सड़कों की हालत इतनी खराब है, कि प्रशासन की टीमों का मौके पर पहुंचना भी मुश्किल हो रहा है। सगवाड़ा गांव में एक युवती की मौत हुई है, जिसका शव बरामद हुआ है।