
सिलक्यारा टनल के निकट बाबा बौखनाग मंदिर में हुई प्राण प्रतिष्ठा, (फोटो साभार: X/@ANINewsUP)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार (16 अप्रैल 2025) को उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल के निकट नव-निर्मित बाबा बौखनाग मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा और सुरंग के ब्रेकथ्रू के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। सुरंग निर्माण से गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के बीच की दूरी 26 किलोमीटर तक कम हो जाएगी, जिससे श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा और समय की बचत होगी।
सीएम धामी ने नवनिर्मित बाबा बौखनाग मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना कर बाबा बौखनाग से प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। बता दें, कि रेस्क्यू कार्य सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद मुख्यमंत्री धामी ने सिलक्यारा सुरंग के पास बाबा बौखनाग के भव्य मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था। इसी क्रम में बाबा बौखनाग का भव्य मंदिर टनल के पास बनकर तैयार हो गया है।
#WATCH | Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami offers prayers at the newly built Baba Baukhnath temple near Silkyara tunnel. pic.twitter.com/C8wVzC8aL6
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 16, 2025
सिलक्यारा सुरंग के निकट नव-निर्मित बाबा बौखनाग मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा और सुरंग के ब्रेकथ्रू के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम धामी ने कहा, “आज का यह ऐतिहासिक अवसर न केवल उन्नत इंजीनियरिंग का प्रतीक है बल्कि आस्था का भी उन्नत उदाहरण है। वर्ष 2023 में टनल निर्माण के दौरान भूस्खलन के कारण 41 श्रमिक भाई टनल में फंस गए थे। पूरे देश के लोगों ने श्रमिकों की कुशलता के लिए भगवान से प्रार्थना की।”
सीएम धामी ने कहा, “मैं सिलक्यारा सुरंग के ब्रेक थ्रू पर विशेष रूप से आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद करता हूं।” मुख्यमंत्री ने कहा, “उस समय बाबा बौखनाग जी को विराजमान किया गया, जिसके तीसरे दिन बाबा की कृपा से सभी श्रमिक कुशलता पूर्वक बाहर निकाल लिए गए थे। उस समय प्रधानमंत्री जी रोज सुबह हमसे अभियान की प्रोगेस लेते थे।”
“उस समय बाबा बौखनाग जी को विराजमान किया गया, जिसके तीसरे दिन बाबा की कृपा से सभी श्रमिक कुशलता पूर्वक बाहर निकाल लिए गए थे। उस समय प्रधानमंत्री जी रोज सुबह हमसे अभियान की प्रोगेस लेते थे।”: माननीय मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी। pic.twitter.com/rJe9BMVsG9
— Office Of Pushkar Singh Dhami (@OfficeofDhami) April 16, 2025
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “मैं देशभर के विशेषज्ञों को भी धन्यवाद देता हूं जिन्होंने ऑपरेशन के दौरान हमें तकनीक उपलब्ध कराई।” उन्होंने कहा, कि “सिलक्यारा टनल अभियान दुनिया का सबसे जटिल और लंबा ऑपरेशन था। उस समय एक टीम के रूप में कार्य किया गया। स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने भी सामूहिक रूप से इस ऑपरेशन में अपना योगदान दिया।
गौरतलब है, कि उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग बीते वर्ष 12 नवंबर को देश-दुनिया में चर्चा का केंद्र बन गई थी। सिलक्यारा सुरंग निर्माण के दौरान हुए हादसे में टनल के अंदर 41 श्रमिक 17 दिनों तक फंस गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन के अंतर्गत सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।
रेस्क्यू अभियान के दौरान बड़े-बड़े टनल विशेषज्ञ और इंजीनियर टनल में फंसे 41 श्रमिकों की जान बचाने के लिए दिन-रात जुटे हुए थे। ऑस्ट्रेलिया के जाने-माने टनल विशेषज्ञ अर्नॉल्ड डिक्स भी कई दिन मोर्चा संभाले रहे थे। उस दौरान डिक्स को स्थानीय लोगों के साथ बाबा बौखनाग के मंदिर में पूजा करते हुए भी देखा गया था।
बता दें, कि चारधाम यात्रा के लिए सिलक्यारा टनल बहुत अहम है। लगभग 853 करोड़ की लागत से ये टनल 4.531 किलोमीटर लंबी दो लेन और दो दिशा वाली सुरंग है। सिलक्यारा टनल के निर्माण से गंगोत्री और यमुनोत्री के बीच की दूरी 26 किलोमीटर कम हो जाएगी।