गुजरात एटीएस ने ISIS के तीन आतंकियों को दबोचा (फोटो साभार: aajtak & ETV Bharat)
गुजरात ATS ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ ज्वाइंट ऑपरेशन में तीन ISIS आतंकियों को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया है। देश में खतरनाक आतंकी साजिश को अंजाम देने का नापाक मंसूबा पाल रहे तीन आतंकियों में से एक हैदराबाद का रहने वाला है, जबकि दो आतंकी उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी और शामली के रहने वाले है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आतंकियों में हैदराबाद का डॉ अहमद मोहिउद्दीन सैयद, यूपी का आजाद सुलेमान शेख और मोहम्मद सुहैल सलीम खान है। गुजरात ATS ने तलाशी के दौरान चार विदेशी पिस्तौल, 30 कारतूस और 40 लीटर कैस्टर ऑयल भी जब्त किया है। जाँच में खुलासा हुआ, कि ये आतंकी गुजरात समेत देशभर में बड़े हमलों की साजिश रच रहे थे।
इसके लिए आतंकियों ने लखनऊ स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय और दिल्ली की आजादपुर मंडी की रेकी की थी। सुलेमान और सुहैल ने राजस्थान के हनुमानगढ़ से हथियार जुटाए थे और उन्हें गाँधीनगर के एक कब्रिस्तान में छिपा दिया था। हैदराबाद निवासी मोहियुद्दीन को ये हथियार लेकर वापस लौटना था, लेकिन गुजरात ATS ने समय रहते उसको दबोच लिया।
गुजरात एटीएस के डीआईजी सुनील जोशी के मुताबिक, “अहमद मोहियुद्दीन सैयद चीन से एमबीबीएस की पढ़ाई कर चुका है। वह ISIS-खुरासान प्रांत के मेंबर अबू खादिम से संपर्क में था, जिसने उसे भारत विरोधी गतिविधियों के लिए फंड इकट्ठा करने और आतंकी संगठन के लिए भर्ती अभियान चलाने की जिम्मेदारी सौंपी थी।”
एटीएस के डीआईजी के अनुसार, आतंकी लखनऊ, दिल्ली और अहमदाबाद के संवेदनशील इलाकों को निशाना बनाकर रेकी कर रहे थे। सुलेमान और सलीम खान पाकिस्तान सीमा पार से ड्रोन के जरिए हथियारों की सप्लाई में शामिल थे, जबकि तीनों ने राइसिन का इस्तेमाल करके बड़े पैमाने पर तबाही मचाने की साजिश रची थी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, तीनों आतंकियों को अहमदाबाद के पास अदालज टोल प्लाजा से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान पता चला, कि हैदराबाद का एक डॉक्टर इस आतंकी साजिश का मास्टरमाइंड है। एटीएस के मुताबिक, राजेंद्रनगर के फोर्टव्यू कॉलोनी स्थित असद मंजिल निवासी डॉ मोहिउद्दीन एक मेडिकल पेशेवर था और घर की ऊपरी मंजिल में अकेले रहता था।
मोहिउद्दीन अक्सर ऑनलाइन केमिकल मंगवाता था और अपने कमरे में संदिग्ध गतिविधियां करता था। जब उसके घरवालों ने इस संबंध उससे कई बार पूछताछ की, तो वह उन्हें कहता, कि वो व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए एक केमिकल पर काम कर रहा है। पुलिस के अनुसार, वह एन्क्रिप्टेड ऐप्स और सोशल मीडिया के जरिये आतंकी संगठन ISIS के सदस्यों के साथ संपर्क में था।
गिरफ्तारी के दौरान मोहियुद्दीन के मोबाइल में दो अन्य साथियों के संपर्क और पूरे आतंकी मॉड्यूल की गतिविधियों की जानकारी मिली। इसके बाद ATS ने आजाद शेख और मोहम्मद सुहैल को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान यह जानकारी भी सामने आई, कि मोहियुद्दीन साइनाइड से जहरीला पदार्थ तैयार करने के लिए अपनी ‘टेरर लेबोरेटरी’ में गुप्त प्रयोग कर रहा था।
ATS अब यह पता लगाने में जुटी है, कि हथियारों की सप्लाई कहाँ से हुई और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य स्लीपर सेल कहाँ सक्रिय हैं। बताया जा रहा है, कि मोहिउद्दीन कोलकाता, अहमदाबाद और मुंबई समेत देश के अन्य प्रमुख शहरों की अक्सर यात्रा करता था और हाल ही में वो हैदराबाद से कोलकाता तक गाड़ी चलाकर गया था।

