
अफगानिस्तान में भूकंप ने मचाई भारी तबाही, (चित्र साभार : X@airnewsalerts)
पूर्वी अफगानिस्तान में रविवार (31 अगस्त 2025) की देर रात और सोमवार की सुबह महसूस किये गए शक्तिशाली भूकंप ने सबकुछ तहस-नहस कर दिया है। भूकंप के झटकों की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 6 मापी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स में अब तक 800 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है, जबकि 2500 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक, भूकंप का केंद्र नांगरहार प्रांत के जलालाबाद के पास 8 किलोमीटर की गहराई पर था। यह रविवार को स्थानीय समयानुसार रात 11:47 बजे आया। इसकी तीव्रता 6.3 थी। लगभग 20 मिनट बाद उसी प्रांत में दूसरा भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 4.5 थी तथा गहराई 10 किलोमीटर थी।
जबकि तीसरा भूकंप रात 1 बजकर 59 मिनट पर आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.3 थी। चौथा भूकंप तड़के 3 बजकर 3 मिनट 25 सेकंड पर आया। इस वक्त तीव्रता 5 थी। इसी क्रम में सोमवार सुबह 5 बजकर 16 मिनट 30 सेकंड पर पाँचवी बार 5 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्राकृतिक आपदा पर दुख प्रकट करते हुए एक्स पोस्ट पर लिखा, “अफगानिस्तान में भूकंप के कारण हुई जान-माल की हानि से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस कठिन घड़ी में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। भारत प्रभावित लोगों को हर संभव मानवीय सहायता और राहत प्रदान करने के लिए तैयार है।”
Deeply saddened by the loss of lives due to the earthquake in Afghanistan. Our thoughts and prayers are with the bereaved families in this difficult hour, and we wish a speedy recovery to the injured. India stands ready to provide all possible humanitarian aid and relief to those…
— Narendra Modi (@narendramodi) September 1, 2025
भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने भी अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में आए विनाशकारी भूकंप पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए अफगानिस्तान की मदद करने का वादा किया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “जरूरत की इस घड़ी में भारत सहायता करेगा। पीड़ितों के परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए हमारी प्रार्थना है।”
The devastating earthquake in Kunar Province of Afghanistan is a matter of deep concern. Express our support and solidarity to the Afghan people as they respond to it.
India will extend assistance in this hour of need. Our condolences to the families of the victims. And our…
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 1, 2025
अफगानिस्तान के स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता सरफराज जमीन के मुताबिक, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। अफगानिस्तान के रक्षा विभाग द्वारा 30 डॉक्टरों और 800 किलो दवाइयां भेजी गई है, लेकिन सड़कों की खस्ता हालत के कारण कुनार और नंगरहार प्रांत के ग्रामीणों तक मदद पहुँचाना बेहद चुनौतीपूर्ण काम है। इस इलाके में सड़कें पक्की नहीं हैं। जिससे आवागमन में काफी मुश्किलें आ रही हैं।
कर्टिन विश्वविद्यालय में पेट्रोलियम भूविज्ञान के प्रोफेसर क्रिस एल्डर्स के अनुसार, पूर्वी अफगानिस्तान का भूकंप प्रभावित ये इलाका पहाड़ी है और यहाँ लोगों की अच्छी खासी संख्या है, इसलिए मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। पहाड़ी इलाकों में सिर्फ मकानें ध्वस्त नहीं हुई हैं, बल्कि पहाड़ियाँ के हिलने से आगे भूस्खलन का खतरा भी बना हुआ है।
EQ of M: 6.3, On: 01/09/2025 00:47:41 IST, Lat: 34.50 N, Long: 70.81 E, Depth: 160 Km, Location: Afghanistan.
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बता दें, कि अफगानिस्तान में भयानक भूकंप का इतिहास रहा है। दरअसल, इस मुल्क में बार-बार भूकंप की वजह इसकी टेक्टोनिक स्थिति और भू-वैज्ञानिक संरचना है। 7 अक्टूबर, 2023 को अफगानिस्तान में 6.3 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके बाद तेज झटके आए। तालिबान सरकार का अनुमान है, इस आपदा में कम से कम 4,000 लोग मारे गये, जबकि संयुक्त राष्ट्र ने मरने वालों की संख्या लगभग 1,500 कम बताई थी।