
सांकेतिक चित्र, फोटो साभार: जागरण)
खुशियों का बहाना तलाशकर नेग के नाम पर अवैध वसूली करने और अश्लीलता फैलाने वाले किन्नरों के खिलाफ संयुक्त नागरिक संगठन के प्रतिनिधमंडल ने अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन से भेंट की। दरअसल, शुभ कार्यों में किन्नरों के मनमर्जी बख़्शीश न मिलने पर तमाशा खड़ा करने की शिकायतें आम हैं।
नागरिक संगठन के प्रतिनिधमंडल के सुझाव पर पुलिस मुख्यालय ने पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल व कुमाऊं परिक्षेत्र समेत समस्त जनपदों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को जनपद स्तर पर नागरिको के साथ बैठक करने के निर्देश दिए। साथ ही इसकी आख्या 15 दिन के भीतर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है।
बीते बुधवार को नागरिक संगठन के पदाधिकारियों ने अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था से मुलाकात की। संगठन सचिव सुशील त्यागी ने बताया, कि इस विषय पर जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल को संगठन द्वारा 27 मई को ज्ञापन भेजा था। जिसपर नगर मजिस्ट्रेट ने पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर, राजपुर, नेहरू कालोनी को जारी पत्र में जबरन वसूली से निजात दिलाने के लिए जरुरी कार्रवाई के निर्देश दिए है।
संगठन के पदाधिकारियों ने बताया, कि किन्नरों द्वारा खुलेआम मनमानी की जाती है। बधाई के बहाने लोगों के घरों पर जाकर जबरन रुपयों की मांग करते हैं। असमर्थता जताने पर अश्लीलता फैलाने लगते हैं। पहले से ही परेशानी का सामना कर रहे लोगों को फजीहत से बचने के लिए किन्नरों की नाजायज मांगों को मजबूरन स्वीकार करना पड़ता है।
उन्होंने कहा, कि राज्य में आमजन किन्नरों के असभ्य, अनुचित, अवैधानिक व्यवहार को लेकर अपनी शिकायत आपातकालीन नंबरो पर दर्ज कराकर एफआईआर भी दर्ज करा सकेंगे। जिससे इनकी मनमानियों पर अंकुश लगे और इस गंभीर समस्या का निवारण हो सके।