
सीएम धामी ने 118वें अखिल भारतीय किसान मेले में किया प्रतिभाग,(फोटो साभार : X@DIPR_UK)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार (12 अक्टूबर 2025) को पंतनगर विश्वविद्यालय में आयोजित 118वें अखिल भारतीय किसान मेले एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर सीएम धामी ने पंतनगर विश्वविद्यालय द्वारा उत्पादित नवीन दलहनी प्रजातियों का लोकार्पण व पंतनगर प्रवाह नामक पुस्तक का विमोचन भी किया।
रविवार को एक दिवसीय दौरे पर रुद्रपुर पहुंचे सीएम धामी ने विश्वविद्यालय द्वारा लगाए गए महिला स्वयं सहायता समूह के स्टॉल का भ्रमण करते हुए जानकारी प्राप्त की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्टॉल में लगाई गई अल्मोड़ा की प्रसिद्ध बाल मिठाई का स्वाद भी चखा। जिसके बाद उन्होंने गांधी हॉल में किसानों, छात्रों और वैज्ञानिकों को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रजत जयंती राज्य स्थापना गोष्ठी एवं संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, कि इस वर्ष के किसान मेले और कृषि प्रदर्शनी में 400 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें से 200 से अधिक स्टॉल देश के विभिन्न राज्यों से आए कृषि क्षेत्र से जुड़े उद्योगों, स्टार्टअप्स और उद्यमियों द्वारा लगाए गए हैं।
उन्होंने कहा, कि इस प्रकार के कृषि मेलों के माध्यम से जहां एक ओर हमारे किसान भाई एक ही स्थान पर नवीनतम कृषि तकनीकों, उन्नत बीजों, आधुनिक यंत्रों और नई शोधों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, वहीं उन्हें विशेषज्ञों के अनुभवों से सीखने और अपने अनुभव साझा करने का अवसर भी मिलता है।
मुख्यमंत्री ने कहा, कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस मेले में प्रदर्शित की जा रही आधुनिक तकनीकों और नवाचारों के माध्यम से हमारे किसान भाई पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ नई वैज्ञानिक विधियों को अपनाकर अपनी खेती को और भी अधिक उत्पादक, टिकाऊ और लाभकारी बना पाएंगे।
सीएम धामी ने कहा, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में आज भारत “विकसित राष्ट्र” के संकल्प को साकार करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, कि प्रधानमंत्री जी ने देश के अन्नदाताओं को बड़ी सौगात देते हुए 24 हजार करोड़ रुपये की “पीएम धन धान्य कृषि योजना” और दलहन उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु लगभग 11 हजार 500 करोड़ रुपये की लागत के “दलहन उत्पादकता मिशन” का शुभारंभ किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में हमारी राज्य सरकार भी प्रदेश के किसानों के उत्थान एवं समृद्धि हेतु संकल्पित होकर निरंतर कार्य कर रही है।
पंतनगर विश्वविद्यालय में आयोजित 118वें अखिल भारतीय किसान मेले एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी में नकल विरोधी कानून, समान नागरिक संहिता एवं किसानों की प्रगति विषय पर आधारित 'गोष्ठी एवं संवाद' कार्यक्रम में सम्मिलित होकर उत्तराखंड की प्रगति, विशेष रूप से कृषि, प्रौद्योगिकी और सामाजिक… pic.twitter.com/bPgT2CB1Jn
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 12, 2025
उन्होंने कहा, कि हमने किसानों के हित में नहरों से सिंचाई को पूरी तरह मुफ्त करने का काम किया है। साथ ही, हमने किसानों की आय बढ़ाने के लिए पॉलीहाउस के निर्माण हेतु ₹200 करोड़ की राशि का प्रावधान भी किया है। जिसके अंतर्गत अब तक राज्य में लगभग ₹115 करोड़ की सहायता से करीब 350 पॉलीहाउस स्थापित किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया, कि हम किसानों की उपज की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए ग्रेडिंग सॉर्टिंग यूनिट के निर्माण हेतु भी अनुदान प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा, कि आज के इस अवसर पर हम किसानों की प्रगति पर चर्चा करने के साथ-साथ प्रदेश में नकल विरोधी कानून और समान नागरिक संहिता पर संवाद करने के लिए भी एकत्रित हुए है।
सीएम धामी ने कहा, कि उक्त दोनों विषयों पर जीबी पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की छात्रा पूजा जोशी ने समान नागरिक संहिता, नीति शर्मा ने किसान मेले की प्रगति एवं छात्र निध अवस्थी ने नकल विरोधी कानून पर अपने विचार साझा किए। जबकि “स्मृद्धि किसान उत्पादक संगठन” की सीमा रानी ने अपने सफल खेती के अनुभव साझा किए।
मुख्यमंत्री ने कहा, कि हमारी सरकार ने राज्य में समान नागरिक संहिता को लागू कर सभी नागरिकों के लिए एक समान कानून और अधिकार स्थापित करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया है। उन्होंने कहा, “मैं यह भी स्पष्ट करना चाहता हूं कि समान नागरिक संहिता किसी धर्म या पंथ के खिलाफ नहीं, बल्कि समाज की कुप्रथाओं को मिटाकर सभी नागरिकों के बीच समानता से समरसता स्थापित करने का एक संवैधानिक उपाय है।”
उन्होंने कहा, कि हमारी डबल इंजन की सरकार द्वारा किसानों के लिए लगातार नई-नई योजनाओं के माध्यम से लाभ पहुंचाया जा रहा है। वहीं प्रदेश में 25 साल में लगभग 40 हजार सरकारी नौकरियां मिली हैं। इसमें से चार साल में 25 हजार भर्तियां हुई हैं। साथ ही 100 से अधिक नकल माफियाओं को सरकार ने जेल भेजा गया है। हमारी सरकार युवाओं के भावनाओं के अनुरूप काम किया जा रहा है।