
पाकिस्तानी विदेश मंत्री और उप प्रधानमंत्री इशाक डार, (चित्र साभार: X@the_hindu) फाइल फोटो
पाकिस्तान के विदेश मंत्री और उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम कराने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे की पोल खोल दी है। इशाक डार ने अल जजीरा को दिए इंटरव्यू में साफ कहा, कि भारत ने कभी किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की। उन्होंने कहा, कि सब कुछ द्विपक्षीय था, यानी सिर्फ भारत और पाकिस्तान के बीच।
पाकिस्तान विदेश मंत्री ने कहा, कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने मई में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य संघर्ष के दौरान उनसे कहा था, कि भारत ने युद्ध विराम के लिए तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से इनकार कर दिया, क्योंकि यह दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय मुद्दा है।
इशाक डार ने विदेशी चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा, कि हमें तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन भारत इसे द्विपक्षीय मुद्दा कह रहा है। हमें द्विपक्षीय मध्यस्थता से भी कोई आपत्ति नहीं है। बता दें, कि ट्रंप सार्वजनिक मंच से कई बार दोनों देशो के बीच संघर्ष विराम कराने का दावा कर चुके है। हालांकि भारत इन दावों को लगातार खारिज करता रहा।
Pakistani Foreign Minister Ishaq Dar tells Al Jazeera that India categorically rejected any third party ceasefire mediation.
This statement is a big slap on the face of Donald Trump and opposition parties of India. pic.twitter.com/A1TTzZfI7X
— News Arena India (@NewsArenaIndia) September 16, 2025
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा, “हम किसी से भीख नहीं माँग रहे। पाकिस्तान शांति चाहता है। संवाद ही रास्ता है, लेकिन बातचीत दोनों तरफ से हो। अगर भारत तैयार हो तो हम बात करने को तैयार हैं।” डार ने साफ कहा, कि जब तक भारत बातचीत की इच्छा नहीं रखता, हम उसे मजबूर नहीं कर सकते।
बता दें, कि डोनाल्ड ट्रंप का दावा हैं, कि अमेरिकी हस्तक्षेप के बाद ही दोनों देशों ने युद्धविराम का फैसला लिया था। ट्रंप ने कहा, कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को खत्म करने में सहायता की। हालांकि भारत कई बार स्पष्ट कर चुका है, कि संघर्ष विराम पर सहमति दोनों सेनाओं के सैन्य अभियान महानिदेशकों (DGMO) के बीच सीधी बातचीत के बाद ही बनी थी।