
सांकेतिक चित्र
चंपावत जिले के टनकपुर स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर के निर्माणाधीन शौचालय के सेप्टिक टैंक की शटरिंग खोलने के दौरान साइट इंजीनियर एवं मिस्त्री की दम घुटने से दर्दनाक मौत हो गई। बीते रविवार को महिला छात्रावास के लिए बनाये जा रहे शौचालय के सेप्टिक टैंक की शटरिंग तोड़ने के बाद दोनों चेंबर में घुसे थे, जहां पर दोनों बेहोश हो गए।
सूचना के उपरांत इंजीनियर और मिस्त्री को एसडीआरएफ व पुलिस टीम ने सेफ्टी टैंक से निकालकर संयुक्त चिकित्सालय टनकपुर पहुंचाया। जहां जांच के बाद चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। बताया जा रह है, कि इंजीनियर और कारपेंटर की जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत हुई है। वहीं दोनों के मुँह में गंदा पानी भरा हुआ था।
जानकारी के अनुसार, टनकपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज में गर्ल्स हॉस्टल के निर्माण का कार्य रामपुर की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है। कुछ हफ्ते पहले पिट का लिंटर डाला गया था। रविवार (7 सितंबर 2025) को शटरिंग खोली जा रही थी। इस दौरान 24 वर्षीय मिस्त्री हसन पुत्र तौकीर रजा निवासी ग्राम नौगांव तहसील बीसलपुर जिला पीलीभीत उत्तर प्रदेश पिट में उतरा।
बहुत देर तक जब हसन वापस नहीं लौटा, तो कंपनी के इंजीनियर 28 वर्षीय शिवराज चौहान पुत्र प्रेम सिंह निवासी अल्मोड़ा भी पिट में उतर गए। पिट की गहराई 10 फीट और लंबाई 8 फीट थी। काफी देर तक दोनों के ऊपर ना आने पर मौके पर मौजूद मजदूरों के बीच हड़कंप मच गया। इसके बाद मजदूरों ने टैंक में देखा, तो दोनों वहां पर मूर्छित अवस्था में पड़े थे।
ये देखकर साथी कर्मचारियों के होश उड़ गए और उन्होंने तुरंत इसकी सूचना टनकपुर कोतवाली पुलिस को दी। सूचना पर मौके पर पहुंचे कोतवाल चेतन रावत के नेतृत्व में पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने दोनों को अचेत अवस्था में टैंक से निकाल कर टनकपुर के उप जिला चिकित्सालय में पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस द्वारा उक्त दुखद घटना की जानकारी दोनों के परिजनों को दी गई है। साथ ही शवों को अस्पताल की मोर्चरी में रखवा पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई। इस दुखद घटना के बाद मृतकों के परिजन गहरे सदमे में है। इंजीनियर शिवराज चौहान तीन बहनों के इकलौते भाई थे। वो अविवाहित थे। वहीं मिस्त्री हसन भी तीन भाइयों में सबसे छोटे थे और उनका भी निकाह नहीं हुआ था।