
नाइजीरियन साइबर ठग दिल्ली से गिरफ्तार, (फोटो साभार :X@uttarakhandcops)
सोशल मीडिया पर सरकारी अधिकारी बनकर देहरादून निवासी पीड़ित से ₹28 लाख से ज्यादा की धोखाधड़ी करने वाले नाइजीरियन मूल के नागरिक को एसटीएफ की टीम ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपित का नाम कोलिनस उगोचुक्वु न्वाएमुका है और वो खुद को सरकारी अधिकारी बताकर विदेशी पार्सल के नाम पर ठगी करता था।
उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की साइबर क्राइम टीम ने करोड़ों रुपये के अंतर्राष्ट्रीय पार्सल फ्रॉड गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गिरोह के मास्टरमाइंड नाइजीरियाई नागरिक को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के पास से 15 मोबाइल , 5 एटीएम कार्ड, 10 सिम कार्ड और 2 पासपोर्ट बरामद हुए है। बैंक अकाउंट आरोपी की पत्नी के नाम पर हैं।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया, कि नाइजीरियाई नागरिक ने साइबर अपराध के लिए जिन बैंक खातों का इस्तेमाल किया, उसमें कुछ ही महीनों में करोड़ों रुपयों का लेन-देन हुआ है। आरोपी के खिलाफ देश के अन्य कई राज्यों में भी साइबर अपराधों में एफआईआर और शिकायतें दर्ज है। जिसके संबंध में अन्य राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर सरकारी अधिकारी बनकर देहरादून निवासी पीड़ित से ₹28 लाख से ज्यादा की धोखाधड़ी करने वाले अभियुक्त नाइजीरियन नागरिक को #UttarakhandPolice साइबर क्राइम टीम ने दिल्ली से गिरफ्तार किया।
साइबर अपराध की शिकायत के लिए 1930 पर कॉल करें या नज़दीकी थाने में सूचित करें। pic.twitter.com/a8628g9NOG
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) August 14, 2025
पुलिस के अनुसार, जुलाई 2025 में देहरादून निवासी पीड़ित ने शिकायत दर्ज करवाई, कि उन्हें फेसबुक पर एक महिला ने खुद को एम्स्टर्डम स्थित एक नामी फार्मा कंपनी की सीनियर मैनेजर बताते हुए संपर्क किया। आरोप है, कि महिला ने नकली पार्सल भेजने के नाम पर पीड़ित से कस्टम स्कैनिंग, गोल्ड लाइसेंस, करेंसी कन्वर्जन, जीएसटी, बीमा, क्लीयरेंस और अन्य शुल्कों के नाम पर ने लगातार ऑनलाइन भुगतान करवाए।
पीड़ित ने भी बिना जांच-पड़ताल किये बगैर ऑनलाइन फ्रेंड के कहने पर अलग-अलग बैंक खातों में कई किस्तों में 24 लाख 88 हजार 400 रुपये ट्रांसफर कर दिए। उसके बाद कथित ‘राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा’ अधिकारियों और नकली पुलिसकर्मियों ने फर्जी केस निपटाने, नाम हटाने और फाइल आगे बढ़ाने के नाम पर अतिरिक्त 4 लाख 10 हजार 250 रुपये हड़प लिए।