
पीएम मोदी ने घाना की संसद को किया संबोधित,(फोटो साभार- X@narendramodi)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घाना की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। इसी क्रम में पीएम मोदी ने गुरुवार को घाना की संसद को संबोधित किया। वहीं इससे पहले घाना सरकार ने पीएम मोदी को अपने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया। बता दें, कि तीन दशकों बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने घाना का दौरा किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (3 जुलाई 2025) को घाना की संसद में को संबोधित किया। घाना की संसद को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने जैसे ही घाना की भाषा में नमस्ते कहा, सदन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इस दौरान उन्होंने घाना की गर्म जोशी से किए गए स्वागत, लोकतांत्रिक दृढ़ता के साथ वैश्विक नेतृत्व और साझेदारी की बात कही।
पीएम मोदी ने संबोधन की शुरुआत में कहा, “आज इस प्रतिष्ठित सदन को संबोधित करते हुए मुझे अत्यंत गौरव का अनुभव हो रहा है। घाना में होना सौभाग्य की बात है, यह एक ऐसी भूमि है जो लोकतंत्र की भावना से ओतप्रोत है।”
#WATCH | Addressing the Parliament of the Republic of Ghana, PM Narendra Modi says, "India is the mother of democracy. For us, democracy is not merely a system; it is a part of our fundamental values…India has over 2,500 political parties, 20 different parties governing… pic.twitter.com/9jCGlQUnfI
— ANI (@ANI) July 3, 2025
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कि मुझे घाना की धरती पर आकर गर्व महसूस हो रहा है। घाना लोकतांत्रिक, प्रतिष्ठा और दृढ़ता से भरा देश है। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के तौर पर मैं 140 करोड़ भारतीयों की तरफ से आपका अभिनंदन करता हूँ। उन्होंने कहा, कि भारत लोकतंत्र की जननी है। लोकतंत्र हमारे लिए केवल एक व्यवस्था नहीं, बल्कि हमारे संस्कारों का हिस्सा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, कि घाना से मिले सर्वोच्च सम्मान के लिए मैं 140 करोड़ भारतीयों की तरफ से आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा, कि घाना को सोने की भूमि के रूप में जाना जाता है, न केवल आपकी धरती के नीचे छिपी हुई चीजों के लिए बल्कि आपके दिल में मौजूद गर्मजोशी और ताकत के लिए भी।”
पीएम मोदी ने कहा, कि इससे पहले मुझे हमारे दूरदर्शी राजनेता और घाना के प्रिय पुत्र डॉ क्वामे नक्रमाह को श्रद्धांजलि देने का सम्मान मिला। उन्होंने एक बार कहा था, कि जो ताकतें हमें एकजुट करती हैं, वे उन अधूरे प्रभावों से अधिक हैं जो हमें अलग रखने की कोशिश करते हैं। उनके ये शब्द हम दोनों देशों की साझा यात्रा का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
घाना की संसद को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, कि भारत और घाना के संबंध काफी मजबूत हैं। भारत-घाना समावेशी विकास की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, घाना में पिछले कुछ वर्षों से काफी तेजी से विकास हुआ है। इस वक्त भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है।
पीएम मोदी ने कहा, कि दुनिया इस वक्त कई समस्याओं से जूझ रही है, जिसमें आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन इस समय बड़ी समस्याएं हैं। वहीं भारत का लोकतंत्र आशा की किरण बना हुआ है। पीएम मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा, कि दुनिया के लिए आतंकवाद बड़ा मुद्दा और बड़ी समस्या है, इसके साथ ही जलवायु परिवर्तन भी एक बड़ा मुद्दा है।
उन्होंने कहा, कि भारत आज विकास की नई इबारत लिख रहा है। कितना सुखद सहयोग है, कि भारत के कई गौरवमयी पलों से अफ्रीका जुड़ा हुआ है। जब भारत का चंद्रयान साउथ पोल पर लैंड हुआ था तब मैं भारत में था, आज जब भारत का एक अंतरिक्ष यात्री मानवता की भलाई के लिए स्पेस में है तब भी मैं अफ्रीका में हूँ।
It was wonderful to interact with Ghana’s Members of Parliament after my address earlier today. It was gladdening to hear their kind words about India. pic.twitter.com/To7vtDZGmH
— Narendra Modi (@narendramodi) July 3, 2025
अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन पर बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कि भारत और फ्रांस द्वारा शुरू की गई यह पहल सौर ऊर्जा के उपयोग को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देती है। साथ ही अतर्राष्ट्रीय बिग कैट गठबंधन शेर, बाघ, तेंदुआ जैसे वन्यजीवों की रक्षा के लिए काम करता है। साथ ही वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन (ग्लोबल बायोफ्यूल एलायंस) का लक्ष्य स्वच्छ जैव ईंधन को बढ़ावा देना और कार्बन उत्सर्जन को कम करना है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, कि दुनिया ने कोरोना काल का संकट भी देखा और भारत ने दुनिया के तमाम देशों को वैक्सीन भेजे। उन्होंने कहा, कि हमारा मंत्र सबका साथ-सबका विकास है। लोकतंत्र जितना मजबूत होगा, दुनिया उतनी ही सशक्त बनेगी। घाना एक ऐसा देश है जो साहस के साथ खड़ा है। भारत सबके भले की बात करता है।