
(फोटो साभार: दैनिक जागरण)
बनभूलपुरा और गफूर बस्ती में रेलवे की 78 अकड़ भूमि से 4365 अवैध कच्चे पक्के भवनों को हटाने के लिए रेलवे समेत प्रशासन व पुलिस ने तैयारियां पूरी कर ली है। आईजी कुमांऊ डॉ नीलेश भरणे ने कहा, कि बनभूलपुरा में किसी को कानून हाथ में लेने नहीं दिया जायेगा। क्षेत्र में आने जाने वालो पर पैनी निगाह रखी जा रही है। खुफिया तंत्र सतर्क है और सीसीटीवी से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है।
शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए आरपीएफ व पीएसी की पांच-पांच कंपनिया तैनात की गई है। इसके साथ ही आगामी तीन-चार दिनों के बाद पैरामिलिट्री फ़ोर्स की 14 कंपनिया भी तैनात कर दी जाएगी। बता दें, रेलवे अपनी भूमि से अतिक्रमण हटाने की कोशिश 2007 से कर रहा है, लेकिन वर्तमान में नैनीताल हाईकोर्ट के सख्त रुख के चलते अब 16 साल बाद अतिक्रमण को ध्वस्त किये जाने की तैयारी पूरी हो चुकी है।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा और गफूर बस्ती में 4365 परिवार अतिक्रमणकारी घोषित किये गए है। और इन्हीं को हटाया जाना है। दरअसल 2007 में अतिक्रमण हटाने पर हंगामा मच गया था। इस मामले में सियासत हावी होने के साथ ही मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया था। उसके बाद यह मुद्दा ठंडे बस्ते में चला गया था। अब सभी की नजरें सुप्रीम कोर्ट में पांच जनवरी को होने वाली संभावित सुनवाई पर है।
सोशल मीडिया में टॉप ट्रेंड करवाए जा रहे हल्द्वानी में मीडिया मूवमेंट और धरना प्रदर्शन ना के बराबर नजर आ रहे है। हल्द्वानी रेलवे स्टेशन के आस-पास के क्षेत्रों में जवान लगातार गश्त कर रहे है। वहीं रेलवे सुरक्षा बल के जवान पटरियों पर लगातार पेट्रोलिंग कर रहे है। हल्द्वानी के हालात एकदम सामान्य है और बाजारों में चहल-पहल बनी हुई है और लोग अपने दैनिक कार्यो में लगे हुए है।