
धराली आपदाग्रस्त क्षेत्र में बचाव और राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी, (चित्र साभार: X@adgpi)
उत्तरकाशी जिले के धराली में आई प्राकृतिक आपदा के बाद आज बुधवार 6 अगस्त को भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। भारतीय सेना के साथ ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है। धराली आपदा में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है और बड़ी संख्या में लोग लापता हैं, जबकि 190 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है।
बीते मंगलवार को धराली गांव में बादल फटने के बाद और हर्षिल स्थित सेना के कैंप में आए मलबे में दूसरे दिन बुधवार को भी जिंदगियों को तलाशने का अभियान जारी रहा। सेना, आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें लगातार खोज और बचाव कार्य में जुटी रही। बता दें, प्राकृतिक आपदा में आर्मी कैंप को भी भारी नुकसान पहुंचा ह। कई सैनिकों के लापता होने की खबर आ रही है।
जानकारी के अनुसार, रेस्क्यू अभियान के दौरान बुधवार को धराली निवासी 32 वर्षीय युवक आकाश पंवार का शव मलबे से बरामद किया गया। जबकि हर्षिल में मलबे में फंसे 11 घायल जवानों को भी सुरक्षित बाहर निकाला गया। उन्हें हेलीकॉप्टर की मदद से जिला अस्पताल, आईटीबीपी अस्पताल और देहरादून भेजा गया।
#WATCH | Uttarakhand: On cloudburst in Uttarkashi's Dharali, SDRF IG, Arun Mohan Joshi says, "Army, ITBP, SDRF, NDRF team are present at the spot. The team are carrying out the rescue operation in a coordinated manner. One body has been recovered…Our teams with advanced… pic.twitter.com/mlNj29mtyk
— ANI (@ANI) August 6, 2025
गौरतलब है, कि हर्षिल घाटी में तीन स्थानों पर बादल फटने से आए सैलाब व मलबे के बाद कई सड़कों के टूटने और एक पुल के ढह जाने के कारण आपदाग्रस्त क्षेत्र वर्तमान में उत्तर और दक्षिण दोनों से कटा हुआ है। वहीं राहत व बचाव अभियान में भारतीय वायुसेना भी युद्धस्तर पर जुट गई है। बरेली में MI 17 और ALH Mk-III हाई अलर्ट पर हैं, जबकि आगरा से An-32 और C-295 विमान देहरादून पहुंच गए है।
Mi 17s and ALH Mk-III, at Bareilly are on high alert and An-32s, C-295s, from Agra, have landed at Dehradun for the misson in the affected areas. 2/4 pic.twitter.com/wRG5ofTfLY
— CAC, IAF (@CAC_CPRO) August 6, 2025
भारतीय वायुसेना के इन विमानों में राहत और बचाव सामग्री है जो प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचाई जाएगी। इसके साथ ही आपदा राहत एवं रेस्क्यू अभियान में 225 से अधिक सैन्यकर्मी, जिनमें पैदल सेना और इंजीनियरिंग टीमें शामिल हैं, खोज, बचाव और राहत कार्यों के लिए जमीन पर तैनात है। टेकला के पास रीको रडार के साथ सात टीमें काम कर रही हैं। वहीं हर्षिल में खोज एवं बचाव कुत्ते तैनात हैं।
धराली गांव में बादल फटने के कारण उत्पन्न हुई आपदा जैसी स्थिति शासन-प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए सभी विभाग आपसी तालमेल बनाकर कार्रवाई कर रहे है। हालांकि पहले दिन खीर गंगा में बार-बार आ रहे मलबे और गंगोत्री हाईवे के जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने के कारण प्रशासनिक अमला और अन्य राहत टीमें घटनास्थल तक नहीं पहुंच पाईं थी।
गंगनानी के पास मार्ग अवरुद्ध होने के कारण जिलाधिकारी उत्तरकाशी, प्रशांत आर्य एवं पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी सरिता डोबाल भटवाड़ी हेलीपैड से हेली के माध्यम से हर्षिल, धराली आपदा प्रभावित क्षेत्र के लिए रवाना हुए। वहीं उत्तरकाशी में नदी के बढ़ते जल स्तर ने चिंता बढ़ाई हुई है। प्रशासन द्वारा आस-पास के क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।