
केंद्रीय रक्षा मंत्री से मिले मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष, (फोटो साभार: X/@muftishamoon)
पाकिस्तान द्वारा पोषित आतंकवाद का दृढ़तापूर्वक जवाब देने की भारत की प्रतिबद्धता प्रकट करते हुए भारतीय सेनाओं ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के रूप में जवाबी प्रतिक्रिया का एक नया मानक स्थापित किया है। अब इसी क्रम में उत्तराखंड के मदरसों में तालीम ले रहे बच्चों को बताया जाएगा, कि किस प्रकार भारतीय सैन्य बलों ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के ठिकानों को तबाह कर पहलगाम हमले का प्रतिशोध लिया था।
बता दें, कि उत्तराखंड मदरसा शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने बीते रविवार को शिक्षाविदों और बुद्धिजीवियों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी।
मुस्लिम बुद्धिजीवियों के प्रतिनिधिमंडल ने माननीय रक्षा मंत्री श्री @rajnathsingh जी से मुलाकात कर #ऑपरेशनसिंदूर की सफलता पर बधाई दी| उत्तराखंड मदरसा शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा, #OperationSindoor भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता और हमारे नेतृत्व की दृढ़ता का प्रतीक है।@ukcmo pic.twitter.com/sOto7qjPsF
— Mufti Shamoon Qasmi (@muftishamoon) May 18, 2025
दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर लौटे मुफ्ती शमून कासमी ने बताया, कि उत्तराखंड के सभी मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों को सैनिकों की शौर्य गाथा के बारे में बताया जाएगा। उन्होंने बताया, कि जल्द ही मदरसा बोर्ड के पाठ्यक्रम में पूरा एक अध्याय ऑपरेशन सिंदूर के बारे में होगा, जिसमें बताया जाएगा, कि किस प्रकार इस ऑपरेशन की शुरुआत हुई और कैसे हमारे सैनिकों ने पाकिस्तान के मंसूबों एवं आतंकियों को पूरी तरह से नेस्तनाबूद किया।
उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद के अध्यक्ष का कहना है, कि हमारे सुरक्षा बलों के शौर्य की कहानी बच्चे पढ़ेंगे, तो उनमें देशभक्ति का जज्बा बढ़ेगा। उन्होंने हाल ही सभी शिक्षाविदों से मुलाकात कर यह फैसला लिया है, कि ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी से बच्चों को रूबरू करवाया जाएगा। गौरतलब है, कि अगर ऐसा होता है, तो उत्तराखंड पहला राज्य होगा, जहां पर मदरसे में ऑपरेशन सिंदूर को शिक्षा के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जाएगा।