
खूनी गांव अब कहलाएगा देवीग्राम, (फोटो साभार: @DDnews_dehradun)
पिथौरागढ़ स्थित खूनी गांव अब देवीग्राम के नाम से जाना जाएगा। प्रदेश सरकार ने इस गांव के ग्रामीणों की दशकों पुरानी मांग को पूरा कर दिया है। इस अजीबोगरीब और असहज करने नाम वाले गांव का नाम बदलने से ग्रामीणों में खुशी की लहर है। गांव की नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान ने बताया, कि गांव का नाम बदलने से ग्रामीणों में खुशी है। सरकार ने उनकी दशकों पुरानी मांग आज पूरी कर दी है।
जानकारी के अनुसार, पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित विकासखंड विण की ग्राम पंचायत का नाम ‘खूनी’ था। गांव के इस नाम से ग्रामीण असहज थे और एक लंबे समय से इस गांव का नाम बदले जाने की मांग कर रहे थे। आखिरकार ग्रामीणों की यह मेहनत रंग लाई और अब ये गांव देवीग्राम के नाम से जाना जाएगा।
उत्तराखण्ड के जनपद पिथौरागढ़ में स्थित ग्राम 'खूनी' अब देवीग्राम के नाम से जाना जाएगा। ये हैं आदेश pic.twitter.com/VbchVtr3xC
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) August 19, 2025
ग्रामीणों के साथ ही ओएनजीसी के पूर्व महाप्रबंधक ललित मोहन जोशी भी लगातार इस संबंध में सरकार से पत्राचार और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से व्यक्तिगत मुलाकात कर रहे थे। उन्होंने बताया, कि गांव का नाम बदलने के लिए सरकार से लंबे समय से पत्र व्यवहार किया जा रहा था। इसका नाम बदलने को लेकर प्रस्ताव भी भेजा गया था।
इस गांव का नाम खूनी क्यों रखा गया इसके बारे में कोई स्पष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन ग्रामीण बताते हैं कि गांव का नाम खूनी पड़ने के पीछे कई कहानियां प्रचलित है। एक ग्रामीण के अनुसार, उन्होंने अपने पूर्वजों से सुना था, कि आजादी से पहले एक बार गांव में अंग्रेज आए थे। गांव वालों की उनसे लड़ाई हुई, जिसमे गांव वालों ने अंग्रेजों को मार दिया। तब से गांव का नाम खूनी पड़ गया।
वहीं एक अन्य ग्रामीण के अनुसार, उन्होंने अपने पूर्वजों से सुना था, कि उनके गांव का नाम पर खोली था। जब अंग्रेज इस शब्द का उच्चारण ठीक से नहीं कर पाए, तो उन्होंने इसे खूनी कर कर दिया। तब से गांव का नाम खूनी चला आ रहा है। हालांकि अब खूनी गांव का नाम बदलकर सरकारी दस्तावेजों में देवीग्राम हो गया है।