
ग्रुप कैप्टन कुणाल कालरा वीर चक्र से सम्मानित,(फोटो साभार: X@ETVBharatUK)
ऑपरेशन सिंदूर में अद्वितीय साहस और वीरता का परिचय देते हुए आतंकियों के ठिकानों और पाकिस्तानी सैन्य अड्डों को ध्वस्त करने के लिए देवभूमि उत्तराखंड के वीर सपूत एवं देहरादून निवासी ग्रुप कैप्टन कुणाल कालरा को वीर चक्र से सम्मानित किया गया है। सीएम धामी ने कैप्टन कुणाल कालरा को बधाई देते हुए अपने संदेश में लिखा, कि कैप्टन कुणाल कालरा की इस उपलब्धि पर संपूर्ण उत्तराखंड को गर्व है।
79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बलिदानियों और जांबाज सैनिकों को नमन किया। पीएम मोदी ने इस मौके पर ऑपरेशन सिंदूर में वीरता दिखाने वाले देवभूमि के वीर सपूत कुणाल कालरा सहित देश के नौ वायु सेना अधिकारियों को वीर चक्र से सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी कैप्टन कुणाल कालरा को वीर चक्र से सम्मानित होने पर एक्स पोस्ट पर लिखा, “ऑपरेशन सिंदूर में अद्वितीय साहस और वीरता का परिचय देते हुए आतंकियों के ठिकानों और पाकिस्तानी सैन्य अड्डों को ध्वस्त करने के लिए देवभूमि उत्तराखंड के वीर सपूत एवं देहरादून निवासी ग्रुप कैप्टन कुणाल कालरा को वीर चक्र से सम्मानित होने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।”
ऑपरेशन सिंदूर में अद्वितीय साहस और वीरता का परिचय देते हुए आतंकियों के ठिकानों और पाकिस्तानी सैन्य अड्डों को ध्वस्त करने के लिए देवभूमि उत्तराखंड के वीर सपूत एवं देहरादून निवासी ग्रुप कैप्टन कुणाल कालरा जी को वीर चक्र से सम्मानित होने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
आपकी इस… pic.twitter.com/QqrTpfa4h6
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 15, 2025
बता दें, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर झंडा फहराने के बाद ऑपरेशन सिंदूर में वीरता दिखाने वाले नौ वायु सेना अधिकारियों को वीर चक्र से सम्मानित किया। जिनमें ग्रुप कैप्टन कुणाल कालरा, रणजीत सिंह सिद्धू, मनीष अरोड़ा, अनिमेष पाटनी, सिद्धांत सिंह, रिजवान मलिक, फ्लाइट लेफ्टिनेंट अर्शवीर सिंह, विंग कमांडर जॉय चंद्र, स्क्वाड्रन लीडर सार्थक कुमार शामिल है।
जिन जांबाज जवानों को सम्मानित किया गया है, उनमें वे लड़ाकू पायलट भी शामिल हैं, जिन्होंने पाकिस्तान के मुरीदके और बहावलपुर में आतंकवादी समूहों के मुख्यालयों और पड़ोसी देश की सैन्य संपत्तियों को निशाना बनाया था। साथ ही पाकिस्तानी सैन्य अड्डों को ध्वस्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।