
CRPF के डीजी और छत्तीसगढ़ के DGP संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस और पीएम मोदी, (फोटो साभार: X/@crpfindia - X@ANI)
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाबलों के जवानों ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 21 दिनों तक चले ऑपरेशन में 31 नक्सलियों को मार गिराया है। नक्सल विरोधी अभियान की सफलता को लेकर बुधवार को सीआरपीएफ के डीजी और छत्तीसगढ़ के डीजीपी ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, कि इस ऑपरेशन में अब तक 31 नक्सली मारे गए हैं, जिन पर कुल 1.72 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था।
नक्सलियों के खिलाफ मिली बड़ी सफलता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी व्यक्त की है। पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट पर अपने संदेश में लिखा, “सुरक्षा बलों की यह सफलता बताती है कि नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करने की दिशा में हमारा अभियान सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। नक्सलवाद से प्रभावित क्षेत्रों में शांति की स्थापना के साथ उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।”
सुरक्षा बलों की यह सफलता बताती है कि नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करने की दिशा में हमारा अभियान सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। नक्सलवाद से प्रभावित क्षेत्रों में शांति की स्थापना के साथ उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। https://t.co/7wBmsjGBkl
— Narendra Modi (@narendramodi) May 14, 2025
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस अभियान की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘नक्सल फ्री भारत’ के संकल्प में एक ऐतिहासिक सफलता प्राप्त करते हुए सुरक्षा बलों ने नक्सलवाद के खिलाफ अब तक के सबसे बड़े ऑपरेशन में छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के कुर्रगुट्टालू पहाड़ (केजीएच) पर 31 कुख्यात नक्सलियों को मार गिराया।”
#NaxalFreeBharat के संकल्प में एक ऐतिहासिक सफलता प्राप्त करते हुए सुरक्षा बलों ने नक्सलवाद के विरुद्ध अब तक के सबसे बड़े ऑपरेशन में छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के कुर्रगुट्टालू पहाड़ (KGH) पर 31 कुख्यात नक्सलियों को मार गिराया।
जिस पहाड़ पर कभी लाल आतंक का राज था, वहाँ आज शान से…
— Amit Shah (@AmitShah) May 14, 2025
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “जिस पहाड़ पर कभी लाल आतंक का राज था, वहाँ आज शान से तिरंगा लहरा रहा है। कुर्रगुट्टालू पहाड़ PLGA बटालियन 1, DKSZC, TSC & CRC जैसी बड़ी नक्सल संस्थाओं का Unified Headquarter था, जहाँ नक्सल ट्रेनिंग के साथ-साथ रणनीति और हथियार भी बनाए जाते थे।”
उन्होंने कहा, “नक्सल विरोधी इस सबसे बड़े अभियान को हमारे सुरक्षा बलों ने मात्र 21 दिनों में पूरा किया और मुझे अत्यंत हर्ष है कि इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों में एक भी casualty नहीं हुई। खराब मौसम और दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में भी अपनी बहादुरी और शौर्य से नक्सलियों का सामना करने वाले हमारे CRPF, STF और DRG के जवानों को बधाई देता हूँ। पूरे देश को आप पर गर्व है।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हम नक्सलवाद को जड़ से मिटाने के लिए संकल्पित हैं। मैं देशवासियों को पुनः विश्वास दिलाता हूँ कि 31 मार्च 2026 तक भारत का नक्सलमुक्त होना तय है।”
21 दिनों तक चले अभी तक के सबसे बड़े नक्सल विरोधी अभियान की सफलता को लेकर बुधवार (14 मई 2025) को सीआरपीएफ के डीजी जीपी सिंह और छत्तीसगढ़ के डीजीपी अरुण देव गौतम ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर पहुंचकर संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग में बताया, कि नक्सल विरोधी अभियान की शुरुआत 2014 में हुई थी, लेकिन 2019 के बाद से इस अभियान ने अधिक गति पकड़ी।
Crushing the Core: #CRPF & Chhattisgarh Police Unveil #KGH Operation Breakthrough
In a joint press briefing at Bijapur Police Lines, DG #CRPF Shri @gpsinghips and DG Chhattisgarh Police Shri Arun Dev Gautam shared key insights from the intensive 3-week-long operation "Black… pic.twitter.com/ehQ8mF0eYG
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CRPF
(@crpfindia) May 14, 2025
उन्होंने बताया, कि जवानों के लिए देश भर में संयुक्त प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है, जिससे उनकी रणनीतिक और सामरिक क्षमताओं में वृद्धि हुई है। अधिकारियों ने जानकारी दी, कि जहां 2014 में 35 जिले नक्सली गतिविधियों के केंद्र हुआ करते थे, वहीं 2025 तक यह संख्या घटकर मात्र 6 जिलों तक सीमित रह गई है।
प्रेस वार्ता में बताया गया, कि सरकार और सुरक्षा एजेंसियों के समन्वित प्रयासों के चलते नक्सली हिंसा में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है। अधिकारियों ने बताया, कि सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों के सहयोग से अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। कर्रेगुट्टा जैसी दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में इस प्रकार की कार्रवाई सुरक्षा बलों की सतर्कता और साहस का प्रमाण है।