
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बढ़ा तनाव, (फोटो साभार: X@saikirankannan)
दक्षिण-पूर्व एशिया के दो छोटे मगर रणनीतिक रूप से बेहद अहम देशों कंबोडिया और थाईलैंड के बीच एक बार फिर विवाद गहराता जा रहा है। दरअसल, दोनों के बीच सीमा विवाद ने प्राचीन मंदिर प्रासात टा मुएन थोम को युद्धक्षेत्र बना दिया है। थाईलैंड ने एफ-16 लड़ाकू विमानों से वहीं कंबोडियाई सेना ने तोप से गोले दागे। इस सैन्य संघर्ष में दोनों पक्षों से अब तक 25 लोगों की जान चली गई है।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंबोडिया ने थाईलैंड के सीमावर्ती इलाकों में रॉकेट से हमला किया है। इसके साथ सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया गया है। संघर्ष के दौरान थाईलैंड के सुरीन और सीसाकेट राज्य युद्ध से बुरी तरह प्रभावित हुए है। इन दोनों के बीच मंदिर को लेकर युद्ध शुरू हुआ है।
बीते गुरुवार 24 जुलाई की सुबह थाईलैंड की सीमा पर एक ड्रोन दिखाई दिया, इसी के बाद तनाव बढ़ गया। थाईलैंड की सेना को सुरीन के एक मंदिर ‘ता मुएन थॉम’ के ऊपर ड्रोन मंडराता हुआ दिखाई दिया। इसके कुछ समय बाद कंबोडियाई सैनिकों को थाईलैंड के मिलिट्री बेस के पास भी देखा गया।
दोनों दक्षिण-पूर्व एशियाई देश साझा सीमा को लेकर लंबे समय के साथ विवाद में हैं, लेकिन मई के अंत में एक कंबोडियाई सैनिक की झड़प में मौत के बाद तनाव बढ़ गया। इसके बाद से ही दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक और जवाबी कार्रवाई जारी थी। दरअसल, विवाद का केंद्र 11वीं सदी में खमेर के राजा सूर्यवर्मन द्वारा निर्मित भगवान शिव का एक मंदिर बना हुआ है।
यह कंबोडिया के प्रीह विहार प्रांत और थाईलैंड के सिसाकेत प्रांत की सीमा पर स्थित है। दोनों देशों के बीच 817 किमी लंबी सीमा पर कई क्षेत्रों को लेकर लंबे वक्त से विवाद चला आ रहा है। इसकी शुरुआत 1907 में फ्रांसीसी औपनिवेशिक शासन के दौरान बनाए गए नक्शों से हुई, जिसे थाईलैंड स्वीकार नहीं करता। प्राचीन खमेर साम्राज्य के मंदिरों पर दोनों देश अपना दावा करते है।