
पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच फोन पर हुई बात (फाइल फोटो, साभार: Defence Matrix)
पहलगाम में हुए भयावह जिहादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए रूस ने आतंकवाद के खिलाफ जंग में भारत का साथ देने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। इसी क्रम में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर वार्ता की। दोनों शीर्ष नेताओं ने इस बात पर प्रमुखता से जोर दिया, कि रूस और भारत के बीच संबंध बाहरी प्रभाव से प्रभावित नहीं हो सकते।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट में बताया, “रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर वार्ता के दौरान भारत के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने निर्दोष नागरिकों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को पूरा समर्थन देने की बात कही।
President Putin @KremlinRussia_E called PM @narendramodi and strongly condemned the terror attack in Pahalgam, India. He conveyed deepest condolences on the loss of innocent lives and expressed full support to India in the fight against terrorism. He emphasised that the…
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) May 5, 2025
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बातचीत के दौरान इस बात पर जोर दिया, कि इस जघन्य हमले के दोषियों और उनके समर्थकों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए। दोनों नेताओं ने भारत और रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को विजय दिवस की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी और उन्हें इस साल भारत में होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन में आने का निमंत्रण दिया। पीएम मोदी के निमंत्रण को स्वीकारते हुए राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, कि बाहरी ताकतों का हमारे आपसी संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ने वाला।
बता दें, कि पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमले के बाद भारत सरकार पाकिस्तान के खिलाफ लगातार कड़े एक्शन ले रही है। हमले के तुरंत बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में सिंधु जल समझौते और पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द करने समेत पांच कड़े कदम उठाये गए है।