
PM मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन, (फोटो साभार : X@AHindinews)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (21 सितंबर 2025) को राष्ट्र के नाम अपना संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने कल से शुरू होने वाले नई पीढ़ी के GST सुधारों को लेकर चर्चा की और इसे बचत उत्सव का नाम दिया है। बता दें, कि पीएम मोदी ने 15 अगस्त के दिन लाल किले से अपने संबोधन में ऐलान किया था, कि यह दिवाली आमलोगों के लिए डबल गिफ्ट होगी।
पीएम मोदी ने कहा, “कल से नवरात्रि का पर्व शुरू हो रहा है। मैं आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। नवरात्रि के पहले दिन से देश आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। कल, नवरात्रि के पहले दिन सूर्योदय के साथ ही अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार लागू हो जाएंगे।”
उन्होंने कहा, “हमारे देश के गरीब, मध्यमवर्गीय लोग, युवा, किसान, महिलाएँ, दुकानदार, व्यापारी और उद्यमी सभी को बचत उत्सव का बहुत फायदा होगा। त्योहारों के इस मौसम में सबका मुँह मीठा होगा, देश के हर परिवार की खुशियाँ बढ़ेंगी। मैं देश के कोटि-कोटि लोगों को नई पीढ़ी की GST सुधार और इस बचत उत्सव की बहुत शुभकामनाएँ देता हूँ।”
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “जब भारत ने 2017 में जीएसटी सुधार की शुरुआत की, तो इसने एक पुराने इतिहास को बदलने और एक नए इतिहास के निर्माण की शुरुआत की। दशकों से, हमारे देश के लोग और हमारे देश के व्यापारी विभिन्न टैक्स के जाल में उलझे हुए थे। चुंगी, एंट्री टैक्स , बिक्री कर, उत्पाद शुल्क, वैट, सेवा कर – ऐसे दर्जनों कर हमारे देश में मौजूद थे। एक शहर से दूसरे शहर तक सामान भेजने के लिए हमें अनगिनत जांच चौकियों को पार करना पड़ता था।”
पीएम मोदी ने कहा, कि इस बचत उत्सव से घर बनाना, इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदना, स्कूटर या कार लेना और यात्रा करना सब आसान और सस्ता हो जाएग। जीएसटी कम होने से माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज (MSMEs) को भी डबल फायदा होगा। उनकी बिक्री बढ़ेगी और टैक्स की बोझ कम होगा. यही देश की समृद्धि का आधार हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, “GST के नए स्वरूप में मुख्य रूप से 5% और 18% के टैक्स स्लैब बनेंगे। रोजमर्रा और खाने-पीने की चीजें और सस्ती हो जाएँगी। जिन सामानों पर पहले 12% टैक्स लगता था उनमें से 99% चीजें अब 5% टैक्स के दायरे में आ गई हैं।”
उन्होंने कहा, “पिछले 11 साल में देश में 25 करोड़ लोगों ने गरीबी को हराया है। गरीबी से बाहर निकलकर 25 करोड़ का एक बहुत बड़ा समूह ‘Neo Middle Class’ के रूप में देश के अंदर एक बहुत बड़ी भूमिका अदा कर रहा है। इस ‘Neo Middle Class’ के अपने सपने हैं।”
पीएम मोदी ने कहा, कि इससे न केवल आम जनता को राहत मिलेगी, बल्कि छोटे और मझोले उद्योगों की बिक्री बढ़ेगी और उन्हें कम कर देना होगा. पीएम मोदी ने देश के नागरिकों से ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को साकार करने की अपील की और राज्य सरकारों को भी उत्पादन बढ़ाकर निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनाने का संदेश दिया। यह कदम देश की आर्थिक मजबूती में सहायक होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कि सुधार एक सतत प्रक्रिया है। जैसे-जैसे समय बदलता है और देश की जरूरतें बदलती हैं, अगली पीढ़ी के सुधार भी उतने ही आवश्यक हैं। ये नए जीएसटी सुधार देश की वर्तमान जरूरतों और भविष्य के सपनों को ध्यान में रखते हुए लागू किए जा रहे हैं।
बता दें, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कार्यकाल के दौरान अब तक 11 बार देश को संबोधित कर चुके हैं। सबसे पहले उन्होंने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी। इसके बाद 27 मार्च 2019 को मिशन शक्ति को लेकर संबोधित किया था। वहीं 24 मार्च 2020 को कोविड-19 को लेकर पीएम मोदी ने देशभर में लॉकडाउन की घोषणा की थी।