
रूस के राष्ट्रपति पुतिन और भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, (चित्र साभार : @RusEmbIndia) फाइल फोटो
बेतुके बयानों और फैसलों से अपनी फजीहत करवा रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते मंगलवार 5 अगस्त को नई धमकी देते हुए कहा, कि वे अगले 24 घंटे में भारत पर टैरिफ की दरों को और बढ़ाएंगे। वहीं भारत पर भारी अमेरिकी आयात शुल्क लगाने की ट्रंप की धमकियों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल रूस से कच्चा तेल खरीदने के लिए मॉस्को पहुंच गए है।
भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की रूस यात्रा अमेरिका और भारत के बीच जारी तनाव के बीच बेहद महत्वपूर्ण हो गई है। इस दौरान अजित डोभाल रूसी सरकार के सीनियर रणनीतिकारों से मुलाकात करेंगे। बताया जा रहा है, कि अजित डोभाल राष्ट्रपति पुतिन से भी मुलाकात कर सकते है।
गौरतलब है, कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल का रूस दौरा वैसे तो पहले से ही तय था, लेकिन उनकी यह रूस यात्रा ऐसे वक्त में हो रही है, जब ट्रंप रूसी तेल और रक्षा उपकरणों की खरीद को लेकर भारत और रूस को धमकी दे रहे है। ऐसे में NSA डोभाल की रूस यात्रा की अहमियत अब रणनीतिक और राजनीतिक हो गई है। वहीं मॉस्को टाइम्स के मुताबिक, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर भी इस महीने के अंत में रूस की यात्रा पर जाएंगे।
रूसी मीडिया ने भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल के मॉस्को पहुंचने की पुष्टि करते हुए कहा है, कि अजित डोभाल रूसी नेताओं के साथ रणनीतिक साझेदारी और आपसी संबंधों को बेहतर करने हेतु कई अहम बैठकें करेंगे। इसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ वार्ता भी शामिल है। ऐसा माना जा रहा है, NSA डोभाल रूस के साथ तेल खरीद पर बड़ी डील कर सकते हैं।
बता दें, कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के रूस दौरे से ठीक पहले सोमवार और फिर मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर नए टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इस दौरान ट्रंप ने यह भी दावा किया, कि भारत ने अमेरिका को शून्य टैरिफ का प्रस्ताव दिया था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया, क्योंकि भारत रूस से तेल खरीदना जारी रखे हुए है।
इस दौरान ट्रंप भारत के लिए ये कहने से भी नहीं चूके कि भारत एक अच्छा व्यापारिक साझेदार नहीं है और भारत के टैरिफ दुनिया में सबसे अधिक हैं। ट्रंप असल में मंगलवार को CNBC के शो स्क्वॉक बॉक्स के लिए इंटरव्यू दे रहे थे। ट्रंप ने कहा, कि अगले 24 घंटों में भारत से आने वाले सामानों पर लगने वाले टैरिफ को 25 फीसदी की दर से बढ़ा दी जाएगी।
वहीं भारत ने डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों को अनुचित बताते हुए खारिज कर दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने ट्रंप और यूरोपियन यूनियन के लिए आँकड़ों के साथ जवाब दिया था। विदेश मंत्रालय ने कहा, कि अमेरिका खुद भी रीस के साथ कई क्षेत्रों में व्यापार करता है। ऐसे में भारत के लिए ट्रंप का तंज कसना न केवल अनैतिक है बल्कि अकारण भी है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने साफ किया है, कि किसी भी बड़ी अर्थव्यवस्था की तरह भारत अपने आर्थिक सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा। बता दें, कि भारत दुनिया में चीन के बाद रूसी कच्चे तेल का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है।