
जासूसी करने के आरोप में नेवी क्लर्क गिरफ्तार,(फोटो साभार: NDTV)
राजस्थान पुलिस की खुफिया शाखा ने नौसेना मुख्यालय में तैनात क्लर्क विशाल यादव को जासूसी के गंभीर आरोप में हिरासत में लिया है। यह गिरफ्तारी बीते बुधवार 25 जून को हरियाणा के पुनसिका से की गई। इसके बाद उसे जयपुर सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। जहां कोर्ट ने आरोपी को चार दिन की रिमांड पर भेज दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डायरेक्टरेट ऑफ डॉकयार्ड में तैनात अपर डिवीजन क्लर्क (UDC) विशाल यादव पर पाकिस्तानी हैंडलर को देश की सामरिक महत्व की सूचनाएं लीक करने और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी जानकारी साझा करने का गंभीर आरोप है, जिसके एवज में उसे पैसे भी मिले हैं।
हरियाणा का रहने वाला विशाल पाकिस्तानी महिला प्रिया शर्मा को भारतीय नौसेना और रक्षा इकाइयों की गोपनीय जानकारी पैसे के बदले दे रहा था। पुलिस को विशाल के मोबाइल से कई अहम सुराग मिले है, जिसमें उसकी प्रिया शर्मा से चैट और लेनदेन के रिकॉर्ड शामिल हैं। वह क्रिप्टोकरेंसी और बैंक खातों के जरिए पैसे ले रहा था।
सीआईडी इंटेलिजेंस के आईजी विष्णुकांत गुप्ता के अनुसार, राजस्थान पुलिस लंबे समय से पाकिस्तानी एजेंसियों की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी। निगरानी के दौरान विशाल यादव की संदिग्ध गतिविधियों का खुलासा हुआ। वह एक महिला हैंडलर के संपर्क में था, जिसने सोशल मीडिया पर ‘प्रिया शर्मा’ नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाई थी।
सोशल मीडिया पर प्रिया शर्मा बनकर विशाल यादव से मिली ये महिला वास्तव में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करती है। जांच के दौरान पता चला है, कि विशाल यादव ने ऑपरेशन सिंदूर अभियान के दौरान भी नौसेना और अन्य रक्षा संबंधी गोपनीय सूचनाएं महिला पाक हैंडलर को उपलब्ध कराई थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, विशाल को ऑनलाइन गेमिंग की लत थी, जिसके चलते हुए नुकसान की भरपाई के लिए उसने यह खतरनाक कदम उठाया। फिलहाल जयपुर में खुफिया एजेंसियाँ उससे गहन पूछताछ कर रही हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके, कि इस जासूसी रैकेट में और कौन-कौन शामिल है।