रविवार को राज्यसभा में कृषि बिल पर चर्चा के समय विपक्षी दलों के सांसदों द्वारा जम कर बावल काटे जाने की घटना को लेकर राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू खासे नाराज दिखाई दे रहे है। उन्होंने मामले में सख्त रुख अपनाकर हंगामा करने वाले आठ सांसदों को बचे हुए सत्र के लिए निलंबित कर दिया है।
सभापति ने सोमवार को सदन की कार्यवाही के दौरान कहा कि रविववार का दिन राज्यसभा के लिए बहुत खराब दिन था। कुछ सदस्यों ने सदन के वेल में आकर माननीय उपसभापति के साथ धक्कामुक्की हरकत की गई। कुछ सांसदों ने पेपर को फेंकने के साथ ही माइक को भी तोड़ दिया। रूल बुक को फाड़ने का प्रयास किया गया। इस प्रकार की घटना पर सभापति ने कहा कि इस घटना से मैं बेहद दुखी हूं।
जानकारी के लिए आपको बता दे कि निलंबित हुए इन सभी सांसदों पर रविवार के दिन राज्यसभा की कारवाही में उप सभापति के ऊपर कागज फाड़कर फेंकने, माइक तोड़ने, टेबल पर चढ़कर हंगामा करने और राज्यसभा में नियमों का पालन नहीं करने का आरोप है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना पर कहा कि राज्यसभा में उपसभापति के समक्ष संसद के सदस्यों का व्यवहार न सिर्फ ‘खराब’ था बल्कि ‘शर्मनाक’ भी था। राजनाथ सिंह ने बिना नाम लिए कहा जहां तक मेरी जानकारी है ऐसा कृत्य राज्यसभा और लोकसभा के इतिहास में अभी तक नहीं हुआ।
गौरतलब है कि राज्यसभा में रविवार को कृषि विधेयक पर चर्चा के दौरान काफी हो-हंगामा देखने को मिला। हंगामे के कारण कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को संक्षेप में अपनी बात रखनी पड़ी तथा उप सभापति हरिवंश ने विधेयकों को परित कराने की प्रक्रिया शुरु कर दी।
तृणमूल नेता डेरेक ओ ब्रायन ने आसन की ओर बढ़ते हुए नियम पुस्तिका उप सभापति की ओर उछाल दी। माइक्रोफोन को खींच निकालने का भी प्रयास किया गया लेकिन मार्शलों ने ऐसा होने से रोक दिया। TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन, AAP सांसद संजय सिंह राजू सातव, केके रागेश, रिपुन बोरा, डोला सेन, सैय्यद नजीर हुसैन और एलमरान करीम को पूरे एक हफ्ते के लिए निलंबित किया गया है।