भारतीय क्रिकेट टीम ने शनिवार 29 जून, 2024 को बारबडोस में आयोजित T-20 वर्ल्ड कप का खिताबी मुकाबला जीत लिया। कप्तान रोहित शर्मा के नेतृत्व में टीम इंडिया ने रोमांचक मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका की टीम को 7 रनों से शिकस्त दी। गौरतलब है, कि भारतीय टीम को वर्ल्ड चैम्पियन बनाने के बाद कप्तान रोहित शर्मा और पूर्व कप्तान विराट कोहली ने T-20 प्रारूप से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है।
बता दें, कि खिताबी मुकाबले में विराट कोहली ने 76 रनों की शानदार पारी खेली। कोहली की धाकड़ पारी के बदौलत भारत मैच में विरोधी टीम को चुनौती देने लायक स्कोर तक पहुँच सका। खिताबी मुकाबले में प्लेयर ऑफ़ द मैच चुने जाने के बाद विराट कोहली ने स्पष्ट कर दिया, कि यह उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय T-20 मैच था।
विराट कोहली ने कहा, “यह मेरा आखिरी T-20 विश्वकप था। हमने वो पा लिया, जो सोचा था। जिस दिन की जरूरत थी, मैंने अपना काम कर दिया। ईश्वर महान है, मैं अपना सर झुकाता हूँ। अब अगली पीढ़ी के कमान संभालने का मौका आ गया है।”
भारतीय टीम के विस्फोटक बल्लेबाज विराट कोहली का T-20 करियर कई उल्लेखनीय उपलब्धियों से भरा रहा है। कोहली ने 2010 में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय T-20 मैच खेला था। कोहली ने क्रिकेट के इस T-20 प्रारूप में लगभग 125 मैच खेले हैं, जिनमें से 117 पारियों में उन्होंने 4188 रन बनाए है। वह रन बनाने के मामले में T-20 वर्ल्ड क्रिकेट में दूसरे नंबर पर रहे है।
T-20 प्रारूप में कोहली के नाम एक शतक और 38 अर्धशतक हैं। उनका स्ट्राइक रेट 137 जबकि औसत 48 का रहा है। उनके नाम इस प्रारूप में 369 चौके और 124 छक्के हैं। अपने T-20 करियर के दौरान उन्होंने दुनिया की सबसे मजबूत टीम मानी जाने वाली ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध 794 रन बनाए हैं। इसके अलावा पाकिस्तान के विरुद्ध भी उन्होंने 492 रन बनाए है।
T-20 क्रिकेट प्रारूप के महानतम बल्लेबाजों में से एक विराट कोहली के संन्यास लेने के फैसले ने सभी को चौंका दिया है। उनके संन्यास पर अधिकांश विश्लेषकों ने कहा है, कि यह एक सम्मानपूर्ण संन्यास है, और वर्ल्डकप जीतने के बाद इसके ऐलान से अच्छा अवसर और कोई नहीं हो सकता था।
वहीं T-20 विश्वकप में भारत को शानदार सफलता दिलाते हुए कप्तान रोहित शर्मा ने भी खिताबी मुकाबला जीतने के बाद अपने संन्यास की घोषणा कर दी है। विराट कोहली के बाद उन्होंने भी स्पष्ट कर दिया है, कि वह अब T-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत की तरफ से नहीं खेलेंगे।
उन्होंने कहा, “मैंने जब से क्रिकेट का यह प्रारूप खेलना चालू किया है, मैंने इसको एन्जॉय किया है। यहाँ जीत के बाद इसे अलविदा कहने का सबसे अच्छा समय है। मैंने भारत के लिए खेलना ही इस प्रारूप से शुरू किया था। मैं यह ट्रॉफी जीतकर इसे अलविदा कहना चाहता था, अब वह समय आ गया है।”
गौरतलब है, कि भारत के लिए 13 वर्षों के बाद वर्ल्ड कप का सूखा समाप्त करने वाले रोहित शर्मा T-20 प्रारूप में सबसे सफल बल्लेबाज है। रोहित शर्मा T-20 प्रारूप में 4231 रनों के साथ सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज है। वहीं इसके बाद पीछे विराट कोहली दूसरे नंबर पर है। रोहित ने इस प्रारूप में संन्यास लेने से पहले 159 मैच खेले है और उनके इस प्रारूप में पाँच शतक और 32 अर्धशतक है।
कप्तान रोहित शर्मा का T-20 में औसत 42 जबकि स्ट्राइक रेट 140 का रहा है। रोहित शर्मा इस प्रारूप में 200 छक्के लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं। उनके नाम 205 छक्के हैं। उन्होंने अपना करियर T-20 बल्लेबाज के तौर पर ही शुरू किया था। उन्होंने पहला मैच 2007 में इंग्लैंड के विरुद्ध खेला था।
गौरतलब है, कि कपिल देव की कप्तानी में भारत ने वर्ष 1983 में वनडे और महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व 2007 में T-20 व 2011 में वनडे विश्व कप का खिताब जीता था। विराट कोहली के हटने के बाद रोहित को कप्तानी सौंपी गई थी। रोहित की कप्तानी में भारतीय टीम ने चार आईसीसी टूर्नामेंट खेले जिनमें टीम इंडिया एक बार सेमीफाइनल और तीन बार फाइनल में पहुंची थी।
इन टूर्नामेंट में भारतीय टीम दो बार उपविजेता और एक बार विजेता रही। वनडे वर्ल्ड कप 2023 में कप्तान रोहित शर्मा ने निस्वार्थ भाव से ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए टीम को फाइनल तक पहुंचाया था, लेकिन वह भारत को विश्वकप का खिताब नहीं दिला पाए थे, लेकिन T-20 वर्ल्डकप 2024 में रोहित शर्मा ने वह कारनामा कर दिखाया, कि अब उनका नाम क्रिकेट इतिहास के पन्नो में स्वर्ण अक्षरों से दर्ज हो गया है।