
आदित्य-एल 1 ने प्राप्त किया अपना लक्ष्य, (चित्र साभार: ISRO/X)
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने नए साल पर इतिहास रचते हुए Aditya सैटेलाइट L1 प्वाइंट के हैलो ऑर्बिट में स्थापित कर दिया है। सूर्य के अध्ययन के लिए इसरो द्वारा लॉन्च किये गए पहले मिशन ‘आदित्य L1’ ने अंतरिक्ष में अपने अंतिम लक्ष्य तक का सफर तय कर लिया है। शनिवार (6 जनवरी, 2024) को ‘आदित्य L1’ सूर्य के लैंग्रेज पॉइंट 1 तक पहुँच गया। इसरो द्वारा भेजा गया ‘आदित्य L1’ इसी लैंगरेज पॉइंट 1 के आसपास परिक्रमा करेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसरो के सौर मिशन आदित्य-L1 के हेलो ऑर्बिट में प्रवेश करने पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा, ‘यह हमारे लिए बहुत संतुष्टिदायक है, क्योंकि यह एक लंबी यात्रा का अंत है। लिफ्ट-ऑफ से लेकर अब तक 126 दिन बाद यह अंतिम बिंदु पर पहुंच गया है। इसलिए अंतिम बिंदु तक पहुंचना सदैव एक चिंताजनक क्षण होता है, लेकिन हम इसके बारे में बहुत आश्वस्त थे। तो जैसा अनुमान लगाया गया था वैसा ही हुआ।’
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Aditya-L1 has successfully entered the Halo orbit around the L1 point.#ISRO #AdityaL1Mission #AdityaL1 pic.twitter.com/6gwgz7XZQx
— ISRO InSight (@ISROSight) January 6, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसरो की नई उपलब्धि की प्रशंसा करते हुए कहा, कि भारत ने एक और मील के पत्थर को हासिल किया है, सूर्य के अध्ययन के लिए भारत का पहला मिशन ‘आदित्य L1’ अपने गंतव्य तक पहुँच गया है। पीएम मोदी ने कहा, कि ये सफलता जटिल अंतरिक्ष अभियानों को सफल बनाने वाले हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का परिणाम है।
India creates yet another landmark. India’s first solar observatory Aditya-L1 reaches it’s destination. It is a testament to the relentless dedication of our scientists in realising among the most complex and intricate space missions. I join the nation in applauding this…
— Narendra Modi (@narendramodi) January 6, 2024
पीएम मोदी ने सूर्य अभियान (आदित्य-L1) को असाधारण उपलब्धि बताते हुए कहा, कि पूरे राष्ट्र के साथ वो वैज्ञानिकों की प्रशंसा में खुद को शामिल करते हैं। साथ ही प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया, कि मानवता की भलाई के लिए भारत विज्ञान की नई सीमाओं को पार करने का मिशन जारी रखेगा। बता दें, ‘आदित्य L1’ स्पेसक्राफ्ट को PSLV-C57 लॉन्च व्हीकल का उपयोग कर 2 सितंबर, 2023 को श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया था।