CM धामी CRPF द्वारा आयोजित "पूर्व अर्द्ध-सैनिक सम्मेलन" में हुए शामिल
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार (3 दिसंबर 2025) को काठगोदाम में CRPF द्वारा आयोजित पूर्व अर्द्ध सैनिक सम्मेलन में शामिल हुए। इस अवसर पर पूर्व अर्द्ध सैनिकों ने सीएम धामी का गर्मजोशी से स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने देश की रक्षा करने वाले योद्धाओं को नमन करते हुए कहा, कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक आपने भारत के गौरव को बढ़ाया।
सीएम धामी ने काठगोदाम स्थित सीआरपीएफ सेंटर में आयोजित सम्मेलन में उपस्थित भूतपूर्व अर्द्ध सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा, “एक सैनिक का मूल्य कभी चुकाया नहीं जा सकता। वह अपना सब कुछ देश के नाम अर्पित करता है-परिवार से दूर, माता-पिता से दूर, हर चुनौती का सामना करता हुआ। ऐसे तप और त्याग का कोई प्रतिदान संभव ही नहीं।”
LIVE: काठगोदाम, नैनीताल में CRPF द्वारा आयोजित "पूर्व अर्द्ध-सैनिक सम्मेलन" https://t.co/TtkvrpYvCz
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) December 3, 2025
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “मैंने भी अपने पिता को वर्दी में अत्यंत निकटता से देखा है। कई बार उनसे दूर रहना पड़ता था। वे दिन आज भी स्मृतियों में ताज़ा हैं। इन्हीं अनुभवों को याद कर मेरा हृदय सैनिकों के प्रति गहरी कृतज्ञता से भर जाता है। समर्पण, प्रेम और स्नेह की यह भावना हमारे वीर सैनिकों के भीतर सदैव जीवित रहती है।”
सीएम धामी ने कहा, “आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में देश में नई कार्य संस्कृति विकसित हुई है। जनता की सेवा आज शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आज छोटे-छोटे रक्षा उपकरणों को लेकर हम दूसरे देशों पर निर्भर नहीं है। मोदी के नेतृत्व में आज हम रक्षा उत्पादों दुनिया को मुहैया करवा रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “कोई भी सैनिक कभी भूतपूर्व नहीं होता, वह अपने आप में सदैव अभूतपूर्व रहता है। सेवा पूर्ण होने के बाद भी समाज के कल्याण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।” मुख्यमंत्री ने कहा, कि जब भी मैं सैनिकों के बीच आता हूँ, हृदय अत्यंत भावुक हो उठता है। आप सभी से एक गहरा जुड़ाव महसूस होता है, क्योंकि मैं समझ सकता हूँ कि किस प्रकार एक सैन्य परिवार जीवन जीता है।
मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में कहा, कि हमारी सरकार ने वीर सैनिकों की वीरता को नमन करते हुए अनुग्रह राशि में अभूतपूर्व वृद्धि की है। शहीद स्मारकों पर सम्मान-द्वारों का निर्माण किया जा रहा है, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ सैनिकों की वीरगाथाओं से परिचित हों और नई प्रेरणा प्राप्त करें।
सीएम धामी ने कहा, “शहीद परिवारों के एक सदस्य को सरकारी सेवा में समायोजित करने की व्यवस्था लागू की गई है। अभी तक 28 परिवारों को इस प्रावधान के अंतर्गत नियुक्ति दी जा चुकी है। हमारे सभी निर्णय सैनिकों के कल्याण और उनके सम्मान को समर्पित हैं, यह उनके प्रति श्रद्धा और सेवा के संकल्प की प्रतिबद्धता है।”
“शहीद परिवारों के एक सदस्य को सरकारी सेवा में समायोजित करने की व्यवस्था लागू की गई है। अभी तक 28 परिवारों को इस प्रावधान के अंतर्गत नियुक्ति दी जा चुकी है। हमारे सभी निर्णय सैनिकों के कल्याण और उनके सम्मान को समर्पित हैं, यह उनके प्रति श्रद्धा और सेवा के संकल्प की प्रतिबद्धता… pic.twitter.com/LL9F3T3o8A
— Office Of Pushkar Singh Dhami (@OfficeofDhami) December 3, 2025
मुख्यमंत्री ने कहा, कि देवभूमि की डेमोग्राफी बदलने के सुनियोजित प्रयासों के विरुद्ध हमारी सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है। लैंड जिहाद पर कठोर रुख अपनाते हुए 10,000 एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को मुक्त कराया गया है। उन्होंने कहा, कि लव और थूक जिहाद जैसी कुत्सित गतिविधियों के विरुद्ध भी हमारी सरकार ने कठोर कदम उठाए हैं।
सीएम धामी ने कहा, “हमारी सरकार ने उत्तराखंड में अपने चुनावी वादे को निभाते हुए समान नागरिक संहिता (UCC) लागू की है। उत्तराखंड देश का पहला राज्य बना है जिसने इस ऐतिहासिक कदम को धरातल पर उतारा। हमने जनता से किया गया वादा पूरा किया है, क्योंकि हम जो कहते हैं, उसे करने में विश्वास रखते हैं।”
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि हल्द्वानी में दंगों की राजनीति शुरू हुई, प्रशासन पर हमला हुआ और कानून को हाथ में लिया गया। बनभूलपुरा क्षेत्र में प्रशासन व पुलिस टीम पर हमला हुआ, जिसमें पुलिस कर्मियों, महिला कर्मियों और पत्रकारों तक को चोटें आईं, इन घटनाओं ने संकल्प मजबूत किया, कि दंगाइयों को सबक ज़रूर मिलेगा।
सीएम धामी ने कहा, कि इसी उद्देश्य से यह कानून बनाया गया कि दंगों में यदि सरकारी संपत्ति नष्ट होती है, तो उसकी एक-एक पाई की क्षतिपूर्ति दंगाई से ही वसूली जाएगी। उन्होंने कहा, कि देवभूमि की मूल संस्कृति को सुरक्षित रखना हमारी प्रतिबद्धता है और इसके लिए हम हर संभव कार्रवाई कर रहे हैं।

