भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, (फोटो साभार : X@SputnikInt)
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत आगमन की तारीख तय हो गई है। राष्ट्रपति पुतिन अगले महीने 4 और 5 दिसंबर को भारत का दौरा करेंगे। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में एक बयान जारी किया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर पुतिन 4 दिसंबर को भारत पहुंच जाएंगे। वे मुख्यतः 23वें भारत-रूस सालाना सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अगले महीने 23वें भारत-रूस समिट में शामिल होने के लिए भारत आ रहे है। माना जा रहा है, कि पुतिन की इस यात्रा से रूस और भारत के संबंध और अधिक मजबूत होंगे। रूस की सरकारी न्यूज एजेंसियों ने क्रेमलिन के हवाले के इस खबर की पुष्टि की है।
At the invitation of Prime Minister Narendra Modi, President of the Russian Federation Vladimir Putin will pay a State visit to India from 04 – 05 December 2025 for the 23rd India-Russia Annual Summit. pic.twitter.com/w6AOTamNvm
— ANI (@ANI) November 28, 2025
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, क्रेमलिन के विदेश नीति सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा, “यह यात्रा भारत के पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच हुए समझौते को अमल में लाने का अवसर दे रही है, कि वे द्विपक्षीय मुद्दों और अंतरराष्ट्रीय मामलों पर विस्तार से चर्चा के लिए हर साल मिलेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि पुतिन की ये यात्रा हर लिहाज से सार्थक होगी।’’
उन्होंने कहा, कि पुतिन की यह राजकीय यात्रा कई मायनों में खास होने जा रही है। यह भारत और रूस दोनों के नेतृत्व को अपने द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा करने, ‘विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी’ को मजबूत करने के लिए दृष्टिकोण निर्धारित करने और क्षेत्रीय-वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करेगी।
भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा, कि पुतिन का यह दौरा दोनों देशों के संबंधों की समीक्षा का अहम मौका होगा। दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की समीक्षा होगी। दोनों देश आपसी सहयोग के अगले चरण की नई दिशा तय करने के साथ ही क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मामलों पर चर्चा करेंगे। आपसी रिश्तों को मजबूत करने के लिए अहम समझौते भी करेंगे।
उल्लेखनीय है, कि पुतिन का भारत दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों पर भारी-भरकम टैरिफ लगाया है। वहीं इससे पहले इसी वर्ष चीन में आयोजित शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) समिट में पीएम मोदी और रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मुलाकात की थी।

