
सांकेतिक चित्र (फोटो साभार: NDTV)
पौड़ी जिले में आदमखोर हो चुके गुलदार की दहशत कायम है। इसी बीच एकेश्वर ब्लाक स्थित ढंगसोली गांव से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। गांव में नीरज नामक एक शख्स ने बहादुरी से गुलदार के हमले का सामना किया। नीरज पर गुलदार ने जब अचानक हमला कर दिया, तो उसने डरने के बजाय साहस को चुना और बिना हथियार के गुलदार से भिड़ गया।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक, ढंगसोली की पूर्व प्रधान प्रशांत पांथरी ने बताया, कि गांव में रहने वाला 45 वर्ष नीरज सुबह लगभग 9 बजे घर के आंगन में झाड़ू लगा रहा था। इसी बीच घर के नजदीक झाड़ियों में घात लगाकर बैठे गुलदार ने उन पर हमला कर दिया। उन्होंने बताया, गुलदार को देखकर भी नीरज का हौसला नहीं टूटा बल्कि वह पूरी ताकत के साथ गुलदार से भिड़ गया।
गुलदार और नीरज के बीच यह लड़ाई लगभग 3 मिनट तक चलती रही। जान बचाने के लिए नीरज ने गुलदार के जबड़े में हाथ डालकर उसे दबोच लिया। जिससे गुलदार हमला तो नहीं कर पाया, लेकिन उसने अपने पंजों से नीरज के चेहरे और सिर पर गहरे जख्म कर दिए और इस संघर्ष में उनका हाथ भी लहूलुहान हो गया।
गुलदार की गुर्राहट सुनकर घर से से बाहर आई नीरज की मां और भाभी ने यह नजारा देखा, तो उनकी चीखें निकल गई, जिसे सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और शोर मचाना शुरू किया। खुद को घिरता देख गुलदार नीरज को छोड़कर जंगल की ओर भगा गया।
इसके बाद ग्रामीण गंभीर रूप से घायल नीरज को सीएचसी नौगांवखाल ले गए, जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेस चिकित्सालय कोटद्वार रेफर कर दिया। नर्सिंग ऑफिसर के अनुसार, नीरज के हाथ पर गुलदार के दांतों के घाव है।
बता दें, कि दो दिन पहले गुलदार ने गांव की महिला देवेश्वरी देवी पर हमला किया था। इस हमले के दौरान महिला के पति अरविंद गुलदार की तरफ दरांती लेकर दौड़े, तब उसने महिला को छोड़ा और जंगल की ओर भाग गया। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग से गांव में पिंजरा लगाने की मांग की है।