
जमीन धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश,(फोटो साभार: @UdhamSNagarPol)
उधमसिंह नगर जिले में पुलिस ने जमीन की खरीद-फरोख्त में लोगों के साथ फर्जीवाड़ा करने वाले एक गिरोह के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है, कि गिरफ्तार आरोपितों में से एक महाविद्यालय का पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष भी रह चुका है।
जानकारी के अनुसार, सोमवार (29 सितंबर 2025) को एसएसपी कार्यालय में एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने मीडियाकर्मियों को जानकारी दी, कि जमीन खरीद फरोक्त कर आम लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले गैंग के लीडर सहित तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। तीनों अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत कर सख्त कार्यवाही की जा रही है।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा का अपराधियों के विरुद्ध कड़ा रुख — जमीन खरीद फरोक्त कर आम लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले गैंग के लीडर सहित तीन शातिर अभियुक्त गिरफ्तार
➡️ गैंगस्टर एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत, अपराधियों पर सख्त कार्यवाही जारी।#UKPoliceStrikeOnCrime #udhamsinghnagarpolice pic.twitter.com/oMl37nPyqu
— Udham Singh Nagar Police Uttarakhand (@UdhamSNagarPol) September 29, 2025
एसएसपी ने बताया, कि इस संगठित गिरोह में सुमेर कौशिक पुत्र संजय शर्मा निवासी बरखेड़ापांडे, गुरजीत सिंह पुत्र महेंद्र सिंह और गुरकीरत पुत्र परमजीत सिंह दोनों निवासी बरखेड़ा राजपूत शामिल हैं। यह गिरोह काशीपुर और नजदीकी क्षेत्रों में संगठित होकर भोले-भाले लोगों के साथ धोखाधड़ी करता है।
इनका मुख्य अपराध फर्जी जमीन सौदों के जरिये धन वसूलना और फिर लोगों के पैसे हड़पना है। एसएसपी ने बताया, कि इनकी आपराधिक गतिविधियों के कारण लोक व्यवस्था प्रभावित हो रही है, और इनके डर से लोग गवाही देने या केस दर्ज कराने से डरते हैं। उन्होंने बताया, कि इन तीनों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है।
गिरोह के लीडर सुमेर कौशिक पर थाना आइटीआइ, काशीपुर, डिलारी और ठाकुरद्वारा में धोखाधड़ी, जालसाजी और धमकी देने सहित सात मामले दर्ज हैं, जिनमें आरोप पत्र दाखिल किए जा चुके हैं। जबकि आरोपित गुरजीत सिंह पर भी दो थानों में धोखाधड़ी और धमकी से संबंधित पांच मामले और आरोपित गुरकीरत पर भी दो थानों में धोखाधड़ी, जालसाजी और धमकी से संबंधित पांच मामले दर्ज हैं।
एसएसपी ने बताया, कि गैंगस्टर एक्ट के तहत यह प्राथमिकी पंजीकृत करने के लिए जिला मजिस्ट्रेट, उधम सिंह नगर से अनुमोदन प्राप्त कर तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर प्राथमिकी पंजीकृत कर ली गई है। उन्होंने कहा, कि इनके आपराधिक कृत्यों को देखते हुए समाज में इनका स्वच्छंद रहना जनहित में उचित नहीं है।