
दून पुलिस ने 'ऑपरेशन कालनेमि' के तहत बांग्लादेशी नागरिक समेत 25 ढोंगी बाबाओं को पकड़ा, (फोटो साभार: etvbharat) फाइल चित्र
देवभूमि उत्तराखंड में ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत अपनी पहचान छिपाकर साधु संतों का भेष बनाकर लोगों को ठगने और सनातन संस्कृति को बदनाम करने वालों के खिलाफ धामी सरकार का प्रहार जारी है। इस कड़ी में पुलिस ने अब तक चार हजार से अधिक व्यक्तियों का सत्यापन किया है। इस दौरान एक बांग्लादेशी समेत 300 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।
बता दें, कि उत्तराखंड सरकार ने पहचान छिपाकर सनातन संस्कृति की आड़ में ठगी करने व धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने वालों के लिए आपरेशन कालनेमि चलाया हुआ है। इसी क्रम में देवभूमि उत्तराखंड के मूल स्वरूप को सुरक्षित रखने के लिए मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में चलाया जा रहा ऑपरेशन कालनेमि प्रदेशभर में बड़ी सफलता हासिल कर रहा है।
यह व्यापक अभियान उन असामाजिक तत्वों पर शिकंजा कस रहा है, जो अपनी पहचान छिपाकर सनातन संस्कृति की आड़ में ठगी और धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने का कार्य कर रहे थे। आपरेशन कालनेमि के तहत पुलिस और प्रशासन ने अब तक प्रदेश में 4,000 से अधिक लोगों का सत्यापन किया है, जिनमें से 300 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।
देवभूमि उत्तराखण्ड के मूल स्वरूप को सुरक्षित रखने के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चलाया जा रहा ऑपरेशन कालनेमि प्रदेशभर में बड़ी सफलता हासिल कर रहा है। यह व्यापक अभियान उन असामाजिक तत्वों पर शिकंजा कस रहा है, जो अपनी पहचान छिपाकर सनातन संस्कृति की आड़ में…
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) August 25, 2025
मुख्यमंत्री धामी ने स्पष्ट किया है, कि देवभूमि में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियां, पहचान छिपाकर ठगी या धार्मिक भावनाओं से खिलावाड़ करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा और उत्तराखंड सरकार देवभूमि के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक स्वरूप से कोई समझौता नहीं करेगी।
इस अभियान का असर सबसे अधिक उन जिलों में देखा जा रहा है, जहां बाहरी तत्वों की सक्रियता की सूचना मिली थी। हरिद्वार जिले में 2,301 लोगों का सत्यापन और 162 गिरफ्तारियां, देहरादून में 865 सत्यापन और 113 गिरफ्तारियां, जबकि उधम सिंह नगर में 167 सत्यापन और 17 गिरफ्तारियां की गई हैं। इसके अलावा प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी अभियान लगातार जारी है।