
CM धामी ने पेश किया 5315 करोड़ का अनुपूरक बजट, (फोटो साभार : X@DIPR_UK)
उत्तराखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र गैरसैंण स्थित भराड़ीसैंण विधानसभा भवन में शुरू हो गया है। विधानसभा के चार दिवसीय मॉनसून सत्र के पहले दिन विपक्ष के हंगामे के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 5,315 करोड़ का अनुपूरक बजट रखा। इसके बाद सदन की कार्यवाही को बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
गैरसैंण (भराड़ीसैंण) में वित्तीय वर्ष 2025-26 के अनुपूरक अनुदान मांग प्रस्तुत करने के लिए जाते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी। pic.twitter.com/8Rhh5lrtgt
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) August 19, 2025
मानसून सत्र के पहले दिन सीएम धामी ने थराली की पूर्व विधायक स्वर्गीय मुन्नी देवी को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा, “वह जनता से सीधे संवाद करती थीं। उनके निधन से राजनीति में जो खालीपन आया है, उसे भरा नहीं जा सकेगा। उन्होंने न सिर्फ राजनीति, बल्कि महिलाओं के उत्थान और ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए भी काम किया।”
मंगलवार 19 अगस्त से उत्तराखंड मॉनसून सत्र शुरू होते ही विपक्ष ने आपदा और कानून के मुद्दे पर हंगामा करना शुरू कर दिया। विपक्ष के कई विधायक वेल तक पहुंच गए। सदन की कार्यवाही के दौरान विपक्षी नेताओं ने सचिव की टेबल पलटने की कोशिश की। साथ ही माइक भी तोड़ दिया। विधानसभा अध्यक्ष ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा, कि ये बेहद दुखद है।
मुख्यमंत्री धामी ने विपक्षी विधायकों द्वारा सदन में किए गए हंगामे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है, कि विपक्ष विधानसभा, लोकसभा, निकाय चुनाव के बाद अब पंचायत चुनाव में मिली हार की खीझ सदन के कामकाज पर उतार रहा है। उन्होंने कहा, कि सदन में बहस होनी चाहिए थी।
LIVE: उत्तराखंड विधानसभा मानसून सत्र (गैरसैंण) में मीडिया से वार्ता https://t.co/zoy0iW9sIA
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 19, 2025
विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सीएम धामी ने कहा, पहले दिन की कार्यवाही में जिस तरह से विपक्ष के विधायकों ने व्यवधान डाला वो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा, कि भराड़ीसैंण हम सबकी भावनाओं का केंद्र है, इसलिए सरकार ने मॉनसून के दौरान भी भराड़ीसैंण में सत्र आहूत करने का निर्णय लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा, कि तमाम विधायक और अधिकारी, सड़क मार्ग बंद होने की परेशानी उठाते हुए भी, यहां पहुंचे है, इसलिए सरकार चाहती है, कि हर मुद्दे पर बहस हो, लेकिन विपक्ष ने कानून व्यवस्था पर चर्चा की आड़ में खुद ही सदन के अंदर व्यवस्था तोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा, कि पंचायत चुनाव पूरी तरह निष्पक्ष हुए हैं, जहां कानून व्यवस्था संबंधित कुछ दिक्कतें आई, वहां सरकार ने तत्काल एक्शन भी लिया है।
सीएम धामी ने कांग्रेस पर करारा हमला बोलते हुए कहा, कि यदि चुनाव निष्पक्ष नहीं होते तो देहरादून और बाजपुर में कांग्रेस को जीत कैसे मिली। इसी तरह नैनीताल में भी अध्यक्ष भाजपा और उपाध्यक्ष कांग्रेस का जीता है। इससे साफ है, कि चुनाव पारदर्शी तरीके से सम्पन्न हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, कि विपक्ष देशभर में जहां जहां चुनाव हारता है, वहां इसी तरह कभी ईवीएम, चुनाव आयोग, सरकार से लेकर प्रशासन पर अनाप शनाप आरोप लगाता है। उन्होंने कहा, कि सत्र में जनता के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए थी, लेकिन विपक्ष ने जिस तरह से कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई हैं, वह पूरा देश देख रहा है।